बोरिंग से पीडि़ता को पाइप डालने को भी कहा, आधी टंकी साफ पानी मिला
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम कॉलोनी में कुछ मकानों में लोगों को पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा था। माल विभाग में पदस्थ रहे एक कर्मचारी के घर पर तो पानी के लाले पड़े हुए थे। दैनिक अग्निपथ ने अपने 12 अप्रैल को प्रकाशित समाचार में पेयजल संकट को लेकर समाचार दिया था। लिहाजा नगरनिगम के अधिकारियों का एक दल नगरनिगम कॉलोनी पहुंचा और समस्या का निराकरण किया।
नगरनिगम के बोरिंग पर कब्जा….पेयजल का ले रहे पैसा शीर्षक से समाचार का प्रकाशन किया था। इसका ही असर रहा कि शुक्रवार की सुबह नगरनिगम के अधिकारियों का एक दल ईई श्री दुबे के मार्गदर्शन में पहुंचा। उन्होंने स्थानीय रहवासियों से पेयजल की समस्या के बारे में बात की। शुक्रवार को भी दक्षिण क्षेत्र में जलप्रदाय का टर्न था। इस दौरान कहीं भी बड़ी समस्या नहीं आई।
नगर निगम के माल विभाग में पदस्थ रहे स्व. हरिनारायण सेठ की पुत्री सुनीता सेठ को भी मौके पर बुलाया गया और उनसे परेशानी पूछी गई। उन्होंने बताया कि बोरिंग से क्षेत्र के कुछ लोग कनेक्शन नहीं लेने दे रहे हैं। ऐसा करो तो अभद्रता करते हैं। अधिकारी ने उनको आश्वासन दिया कि वह बोरिंग से पाइप लाइन डालकर पेयजल भर सकती है। उनको कोई भी रोकेगा नहीं। इस दौरान वीडियो रिकार्डिंग भी की गई।
आधी टंकी साफ पेजयल मिला
समाचार प्रकाशित होने के बाद शुक्रवार को मटमैला पानी आने की जगह साफ पानी आया। पीडि़ता सुनीता सेठ के यहां की 500 लीटर की आंधी टंकी भी भरा गई थी। क्षेत्र में करीब आधा घंटा नल चला। गौरतलब रहे कि नगरनिगम आयुक्त आशीष पाठक खुद फील्ड में रहकर टंकियों का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों की एक टीम भी पेयजल समस्या के निराकरण के लिये बनाई है। जोकि पेयजल समस्याग्रस्त क्षेत्र में जाकर स्थानीय नागरिकों की समस्या को सुनकर सुलझा रही है।