परिजनों और ग्रामीणों ने शव रखकर किया चक्काजाम, मुआवजे की मांग
उज्जैन, अग्निपथ। इंदौररोड पर शुक्रवार सुबह तेजगति से दौड़ते पुलिस वाहन ने बाइक सवार को रौंद दिया। दुर्घटना के बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। पुलिस शव को जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा देख बल तैनात कर दिया गया। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंपा गया। परिजन और ग्रामीण लाश लेकर इंदौररोड पहुंचे और चक्काजाम कर दिया।
इंदौररोड ग्राम डेंडिया में रहने वाला मदनलाल पिता भेरुलाल परमार (55) मेघदूत होटल के समीप पुत्र के साथ चाय की दुकान संचालित करता था। वहीं ग्राम पंचायत पानी की टंकी का वॉल भी खोलता था। सुबह 10 बजे के लगभग वह दुकान से घर की ओर बाइक से लौट रहा था, उसी दौरान तेजगति से आए पुलिस वाहन ने उसे रौंद दिया। मदनलाल बाईक सहित वाहन में फंस गया, जिसकी रफ्तार इतनी अधिक थी कि बाइक 60 फीट दूर तक घीसती हुई चली गई। मदनलाल ने दम तोड़ दिया था। घटनाक्रम का पता चलने पर ग्राम डेंडिया के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
वह मौके पर पहुंचे और पुलिस वाहन पर पथराव कर दिया। मामले की जानकारी लगते ही नानाखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। मार्ग पर वाहनों की कतार लग चुकी थी और आवागमन बाधित हो चुका था। पुलिस ने भीड़ के बीच से बमुश्किल शव को उठाया और जिला अस्पताल लेकर पहुंची। ग्रामीणों और परिजनों को गुस्सा भडक़ चुका था। हंगामे की स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल में भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
मामले में पुलिस वाहन को थाने लाया गया और मर्ग कायम कर दोपहर में मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया। परिजन शव मिलने के बाद दोबारा से दुर्घटना स्थल लेकर पहुंचे और लाश को बीच मार्ग पर रख चक्का जाम कर दिया। परिजनों और ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस वाहन से दुर्घटना हुई है। मृतक के परिजनों को मुआवजा और शासकीय नौकरी दी जाये।
लाश रखकर चक्काजाम करने की सूचना मिलने पर सीएसपी श्वेता गुप्ता, नानाखेड़ा टीआई नरेन्द्र कुमार यादव और भारी पुलिस बल पहुंचा। परिजनों और ग्रामीणों को समझाईश दी गई और मृतक के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया। उसके बाद परिजनों ने लाश बीच मार्ग से उठाई और अंतिम संस्कार के लिये लेकर पहुंचे।
वाहन में हाईकोर्ट पेशी पर जा रहे थे कैदी
नानाखेड़ा टीआई नरेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि पुलिस वाहन केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ से कैदियों को इंदौर कोर्ट पेशी पर लेकर जा रहा था। उसी दौरान दुर्घटना हुई है। वहीं जानकारी सामने आई कि कैदियों को लेकर 10.30 बजे तक इंदौर पहुंचना था, लेकिन जेल वाहन नहीं होने पर पुलिस लाइन से वाहन भेजा गया और देरी हो गई। जिसके चलते चालक तेजरफ्तार से जा रहा था। ग्राम डेंडिया के सरपंच पति नरेन्द्र पोरवाल ने बताया कि पूर्व में भी यहां कई दुर्घटना हो चुकी है। कई बार प्रशासन और नगर निगम को स्पीड ब्रेकर बनाने के लिये आवेदन किया जा चुका है, लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई।
दूसरे वाहन से कैदियों को किया रवाना
नानाखेड़ा पुलिस के अनुसार दुर्घटना के बाद पुलिस वाहन को थाने भेज दिया गया था। वहीं उसमें कोर्ट पेशी पर जा रहे कैदियों को पुलिस लाइन से दूसरा वाहन मंगवा कर रवाना किया। दुर्घटना को लेकर जांच की जा रही है, वहीं आसपास लगे कैमरों के फुटेज देखने का प्रयास किया जा रहा है। चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा।