मंदिरों पर होंगे विशेष पूजन-अनुष्ठान, संध्या को हवन, रात में होगें जवारे विसर्जन
उज्जैन, अग्निपथ। चैत्र नवरात्रि पर 16 अप्रैल मंगलवार को महाष्टमी का पर्व मनेगा। प्रसिद्ध देवी मंदिरों में विशेष पूजन-अनुष्ठान सम्पन्न होगे। वहीं शक्ति पीठ श्री हरसिद्धि मंदिर में महाअष्टमी पर दोपहर में शासकीय पूजन किया जाएगा। मंदिर में हवन-अनुष्ठान के बाद नवमी तिथि की रात्रि 12 बजे जवारे विसर्जन किए जाएंगे। अष्टमी पूजन के बाद देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन के लिए रहेगी।
चैत्र मास की नवरात्रि पर्व के चलते मंगलवार को सुबह घरों में महा अष्टमी का पूजन होगा। इस दिन देवी मंदिरों व घरों में देवी आराधना कर कुल देवी का पूजन किया जाता है। मंदिरों में सुबह से ही विशेष पूजन के बाद हवन और अनुष्ठान का दौर शुरू हो जाता है। प्रसिद्ध शक्ति पीठ माँ हरसिद्धि मंदिर में भी महा अष्टमी पर माता की आराधना करते हुए पूजन अनुष्ठान सम्पन्न होता है। मंदिर के पुजारी राजु गिरि ने बताया कि नवरात्रि पर्व में महा अष्टमी का विशेष महत्व रहता है। यहां पर माता का विशेष पूजन और हवन संधिकाल में होता है।
अष्टमी पर प्रांरभ होकर नवमी पर पूर्णाआहुति होती है। महा अष्टमी पर दोपहर 12 बजे शासकीय पूजन होगा। पूजन के बाद संधिकाल में हवन प्रारंभ होगा। कन्या पूजन के पश्चात नवमी की रात 12 बजे जवारे विसर्जन के साथ पूर्णाहुति होगी। मंदिर में दर्शनार्थियों को हवन चलने तक सतत दर्शन होते है। इसी तरह चौबीस खंबा माता मंदिर, चामुण्डा माता मंदिर, गढक़ालिका माता, भूखी माता, बगुलामुखी माता मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में अष्टमी तिथि पर विशेष पूजन-अनुष्ठान किया जाता है। घरों में अष्टमी पूजन के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवी मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचते है।