10 लाख कीमत की
उज्जैन, अग्निपथ। बाइक चोरी के मामलों में कंजर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद रविवार को पुलिस ने मामले का खुलासा किया। चारों की निशानदेही पर 10 लाख कीमत की 20 बाइक बरामद की गई है। पुलिस को गिरोह से जुड़े कुछ और बदमाशों की जानकारी मिली है जिनकी तलाश की जा रही है। कंजरों ने उज्जैन और इंदौर में बाइक चोरी को अंजाम दिया था।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि चेकिंग के दौरान एक बदमाश से चोरी की बाइक नीलगंगा थाना पुलिस ने बरामद की थी। पूछताछ में वाहन चोर गिरोह का सुराग मिल गया। जिनकी धरपकड़ के लिए टीम गठित की गई और कंजरों के डेरो पर दबिश दी गई। पुलिस की हिरासत में मिथुन पिता जगदीश गौदन कंजर 26 साल, बलवत पिता विष्णु हाडा 23 साल, गोविन्द पिता विष्णु हाडा 28 साल निवासी इलियास खेडी थाना पिपलरावां जिला देवास के साथ चोरी की बाइक ठिकाने लगाने वाले दिलीप पिता दयाराम गुर्जर 35 साल निवासी भीलखेड़ी देवास आ गए।
पूछताछ में उनकी निशानदेही पर पिछले तीन-चार सालों में चोरी की गई 20 बाइक बरामद की गई है जिसकी कीमत 10 लाख से अधिक की होना सामने आई। कंजर गिरोह के कुछ साथियों का सुराग मिला है जिनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
संभावना है कि कुछ और चोरी के वाहन बरामदगी में सफलता मिल सकती है। हिरासत में आए गिरोह के चारों सदस्यों को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
एसपी शर्मा ने बताया कि बदमाशों को गिरफ्तार कर 20 वाहन बरामद करने वाली टीम को 20 हजार के नाम से पुरस्कृत किया जाएगा। बदमाशों से बरामद बाइक इंदौर और उज्जैन से चोरी की गई थी। बाइक चोरी गिरोह में शामिल मिथुन, बलवंत और उसके भाई गोविंदा के खिलाफ उज्जैन, इंदौर, देवास के साथ शाजापुर में चोरी के कई प्रकरण दर्ज होना भी सामने आए हैं।
डायरेक्ट वायरिंग जोडक़र करते थे स्टार्ट
एसपी शर्मा ने बताया कि बाइक चोरी से पहले कंजर गिरोह के सदस्य वाहनों को चिन्हित करते थे। इनके निशाने पर घरों के बाहर खड़ी बाइक होती थी। जिसका लॉक तोडऩे के बाद वायरिंग डायरेक्ट करते थे और स्टार्ट कर भाग निकलते थे। इनके द्वारा वाहनों की नंबर प्लेट बदल दी जाती थी और कम कीमत में गांव के लोगों को ठिकाने लगा दिया जाता था। कुछ बाइक बदमाशों ने अपने उपयोग के लिए भी रख रखी थी। पूछताछ में बदमाशों से कुछ दो पहिया वाहन के पार्ट्स भी बरामद किए गए हैं जिन्हें खोलकर अधिकांश सामान भेज दिया गया था उक्त संबंध में भी जानकारी जुटा जा रही है।