इंदौर। ये लो 1000 रुपए हमारी मनोकामना पूरी हो गई है। बाबा महाकाल को प्रसाद चढ़ा देना। ये शब्द उन लुटेरों के थे, जिन्होंने दो दिन पहले भंवरकुआं क्षेत्र के अग्रवाल नगर में मोबाइल कारोबारी के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था। लूट के बाद ये सीधे उज्जैन पहुंचे थे और यहां पर एक आरोपी के रिश्तेदार के घर पहुंचकर उसे बाबा काे प्रसाद चढ़ाने के लिए रुपए दिए थे। लूट के रुपयों से ये गोवा सहित अन्य पर्यटन स्थल पर घूमने जाने वाले थे, लेकिन पुलिस ने इन्हें पहले ही दबोच लिया। पुलिस ने लूट के पूरे 9 लाख 78 हजार रुपए बरामद कर लिए हैं।
बुधवार दोपहर को मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने बताया कि लूट का मास्टर माइंड कोई और नहीं कारोबारी का पुराना ड्राइवर अरविंद दुबे ही निकला। नौकरी से निकाले जाने का बदला लेने के लिए उसने अपने एक नाबालिग साथी सहित 5 लोगों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने मास्टर माइंड को हीरानगर क्षेत्र से, जबकि इनके अन्य साथियों को सीहोर से पकड़ा है। आरोपियों के पास से पुलिस ने 9 लाख 78 हजार रुपए बरामद कर लिए हैं।
पुलिस के अनुसार लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद मास्टर मांइड अपने घर पर ही रुका रहा, क्योंकि उसे लगा कि वह गायब होगा तो पुलिस का शक सीधा उस पर ही जाएगा। कारण वह गाेयल के घर नौकरी किया करता था। वहीं, उनके अन्य साथी लूट की बाइक को छिपाकर लूटे हुए रुपयों के साथ बस से उज्जैन के लिए रवाना हो गए। यहां पर वे टोल नाके के पास स्थित एसआर ढाबे में रुके और यहां पर खाना खाया। यहां से वे महाकाल जाने वाले थे, लेकिन फिर उनका प्लान बदला, क्योंकि वे जल्द से जल्द दूसरी जगह भागना चाहते थे।
इस पर वे सीधे हिमांशु नामक आरोपी के उज्जैन स्थिति एक रिश्तेदार के घर पहुंचे। यहां पर उन्होंने उन्हें एक हजार रुपए दिए और कहा कि बाबा महाकाल को प्रसाद चढ़ा देना, क्योंकि हमारी मनोकामना पूरी हो गई है। इसके बाद वे बस से ही सीहोर के लिए निकले। यहां से वे भोपाल और फिर गोवा निकले वाले थे। पुलिस सीसीटीवी से मिले फुटेज के बाद आरोपियों के मोबाइल को लगातार ट्रैस कर रही थी। सीहोर में वे होटल में रुके तो पुलिस ने उन्हें वहीं से दबोच लिया और सारे रुपए बरामद कर लिए। ये लोग यहीं पर रुपयों का बंटवारा करने वाले थे।
आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल, जो कुछ साल पहले 20 लाख की लूट में भी शामिल था।
ऐसे पकड़ाए आरोपी
लूट की घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस ने आराेपियों पर 20 हजार का इनाम घोषित किया था। साथ ही अलग-अलग टीम गठित की गईं। CCTV फुटेज में पता चला कि आरोपी वारदात के बाद दुर्गा नगर होते हुए नवलखा की ओर भागे थे। फुटेज में बदमाश की बाइक का नंबर भी मिला था। इसी आधार पर मास्टर मांइड अरविंद दुबे को हीरा नगर थाना क्षेत्र से हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपने अन्य साथियों के नामों का खुलासा किया। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग सहित अन्य को सीहाेर से दबोच लिया।
अरविंद कारोबारी गोयल के यहां ड्राइवर था। 15 दिन पहले ही कुछ विवाद होने के बाद उसे नौकरी से निकला दिया गया था। नौकरी नहीं होने से परेशान अरविंद ने ही बदला लेने के लिए वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी। इसके बाद अपने अन्य साथियों को ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर साथ में मिला लिया।
जांच में पता चला कम उम्र के हैं आरोपी
मामले की जांच करते हुए पुलिस ने दुकान से घर तक के रास्ते में लगे CCTV फुटेज के साथ – साथ मुखबिरों को भी एक्टिव किया। जांच के दौरान पता चला कि लूट करने वाले कम उम्र के लड़के हैं। ऐसी ही एक घटना हीरानगर क्षेत्र में भी कुछ दिन पहले हुई थी, जिसमें भी कम उम्र के लड़के शामिल थे। इस पर टीम ने हीरानगर पुलिस के साथ पुराने मामले के आरोपियों के घर दबिश दी तो वे नहीं मिले। पुलिस को यहीं पर पता चला कि अरविंद दुबे नामक एक युवक पहले सुरेश गोयल के यहां ड्राइवरी करता था। 15 दिन पहले ही वह नौकरी छोड़कर गया है। उसी ने साथियों के साथ मिलकर गोयल को लूटने की योजना बनाई थी। CCTV में भी वह दुकान से लेकर घर तक रैकी करता कैद हो गया था।
ये आए गिरफ्त में
इसके बाद पुलिस ने मास्टर माइंड 23 साल के अरविंद उर्फ पंडित पिता नर्मदा प्रसाद दुबे निवासी 109 लवकुश आवास विहार सुखलिया, 21 साल के हिमाशु पिता राजेश हिजे निवासी 160 सुखलिया, 20 वर्षीय हर्ष पिता सुरेश सिसौदिया निवासी जिनेश्वर स्कूल के पास सुखलिया, 19 वर्षीय नारायण पिता राजनारायण यादव निवासी 352 कबीटखेड़ी सुखलिया, 19 साल का रोहित पिता विक्रम सिंह धनगर निवासी 748/9 मेघदूत नगर के साथ ही एक नाबालिग को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से लूट में उपयोग की गई दो बाइक और 9 लाख 78 हजार रुपए जब्त किए हैं।
यह है मामला
ASP राजेश व्यास ने बताया कि अग्रवाल नगर में सोमवार रात 9.30 बजे के आसपास मोबाइल कारोबारी सुरेश गोयल (55) के साथ दो अलग-अलग बाइक पर आए पांच बदमाशों ने लूट की थी। व्यापारी दुकान से ड्राइवर लक्ष्मण के साथ कार से घर आए और गेट खोलकर बाहर निकले, तभी एक बदमाश उनके हाथ से रुपयों से भरा बैग लूटकर भागने लगा। उसमें 9 लाख ये ज्यादा रुपए थे। व्यापारी गोयल ने भी बदमाश का पीछा किया तो उसने चाकू से उनकी कमर के पिछले हिस्से में वार कर दिया। घायल होने से उन्होंने बैग छोड़ दिया।
वहीं, बदमाश के दो साथी बाइक स्टार्ट कर आगे खड़े थे। वह उनके साथ बैठकर भाग निकला। दो अन्य साथी एक अलग बाइक पर घर के गेट के सामने वाली गली में खड़े थे। वारदात के बाद बदमाश भंवरकुआं से देवास-उज्जैन होकर सीहोर की ओर भाग गए थे। पुलिस की सात टीम मामले में जांच के लिए जुटी हुई थीं। इसमें रावजी बाजार, जूनी इंदौर थाने की टीम भी शामिल थीं। वारदात के बाद बदमाश कॉलोनी के जिस रास्ते से भागे हैं, उसके एक मकान से उनके फुटेज पुलिस को हाथ लगे थे। फुटेज के आधार पर बदमाशों की गाड़ियों की पहचान भी कर ली गई थी।