सुख – समृद्धि के लिए शहर में 27 किमी तक मदिरा की धार चढ़ाई
उज्जैन, अग्निपथ। चैत्र नवरात्र की महा अष्टमी पर मंगलवार को नगर पूजा का आयोजन किया गया। धार्मिक मान्यता अनुसार श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी की ओर से 24 खंबा स्थित माता महामाया और महालाया को मदिरा का भोग लगाकर अखाड़ा के महामंडलेश्वर, संत, महंत सहित अन्य अखाड़ो के साधु संत और भक्तों ने पूजन किया।
पंचायती निरंजनी अखाड़ा की महामंडलेश्वर साध्वी मंदाकिनी पुरी माताजी, समाजसेवी नारायण यादव एवं वसूली पटेल तोलाराम सहित अन्य संत महंतों ने नगर पूजा की। चैत्र नवरात्रि में कई वर्षों से श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी द्वारा नगर पूजा का आयोजन किया जा रहा है। कोरोना काल महामारी के दौरान भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने हरिद्वार से आकर यहां परंपरा का निर्वहन किया था। इसी क्रम में मंगलवार प्रात: 8 बजे चौबीस खंबा माता मंदिर से नगर पूजा प्रारंभ हुई। यात्रा के संबंध में बताते हुए वसूली पटेल तोलाराम पटेल ने बताया कि प्राचीन समय से नगर पूजा होती आ रही है। उज्जैन वासियों की सुख समृद्धि के लिए निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी जी महाराज द्वारा इस परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। 28 किलोमीटर मार्ग में मदिरा की धारा एक हांडी में लेकर कोटवार चलते हैं और रास्ते में आने वाले प्रमुख देवी मंदिर और भैरव मंदिरों में नए ध्वज और चोला चढ़ाया गया। वही कुछ देवी मंदिरों में मदिरा चढ़ाने की परंपरा है, वहां माता रानी को पूजन सामग्री के साथ मदिरा का भोग लगाया गया। नगर पूजा रात 8 बजे अंकपात मार्ग स्थित हांडी फोड़ भैरव पर यात्रा का समापन हुआ। यात्रा में बैंड बाजों के साथ भक्तगण माता के जयकारे लगाते चले हैं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता डॉ. गोविंद सोलंकी ने बताया कि यात्रा के पश्चात बडऩगर रोड स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में भव्य कन्या पूजन के साथ भक्तों का भंडारा आयोजित होगा, जिसमें सभी अखाड़ों के संत महंतों के साथ जनप्रतिनिधि और अधिकारी गण शामिल होंगे।
नगर पूजा के लिए श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े से जुड़े कई महामंडलेश्वर और अखाड़े के पदाधिकारी हरिद्वार सहित अन्य स्थानों से उज्जैन आए, इस बार यात्रा की अगवानी निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर साध्वी मंदाकिनी पुरी माताजी ने की। नगर पूजा में इस बार गुजरात से आई हुई बालिकाओं ने गोपाल मंदिर चौक सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर गरबा रास किया। यात्रा में प्रमुख रूप से अखाड़ा परिषद के समन्वयक डॉ राहुल कटारिया, सेवानिवृत एसडीएम शिव कुमार दुबे, संजय दिवटे, नीलेशानंद महाराज, सुरेशानंद पुरी महाराज सहित अन्य अखाड़ों के संत महंत शामिल थे।