ग्रुप इंश्योरेंश राशि के नाम शातिर बदमाशों ने किया कॉल
उज्जैन, अग्निपथ। शातिर बदमाशों द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में लगातार सामने आ रहे है। अब नया मामला दूरसंचार विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ होना सामने आया है। लेकिन कर्मचारियों ने सूझबूझ दिखाते हुए बदमाशों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
बहादूरगंज में रहने वाले रमेशचंद्र शर्मा ने बताया कि वर्ष 1994 में दूरसंचार विभाग से टेलिफोन ऑपरेटर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। 30 साल बाद 15 अप्रैल को दोपहर में उनके लेंडलाइन नबंर पर कॉल आया और पूछा गया आप सरकारी नौकरी में थे। उन्होने हां में जवाब दिया तो कॉल करने वाले ने बोला कि भोपाल से संजय शर्मा बोला रहा हूं। आवाज ठीक से नहीं आने पर उसने 7891290512 पर कॉल करने को कहा।
उक्त नबंर पर कॉल करने के बाद संजय शर्मा ने बताया कि आपको ग्रुप इंश्यारेंशन का 25 प्रतिशत भुगतान हुआ था। 75 प्रतिशत का भुगतान छह माह में होना था, जो रूका है। आपने फार्म 11 नहीं भरा, इसलिये 2 लाख 46 हजार 903 रूपये का भुगतान अटका हुआ है। जो ऑडिट में आया है। आपको फायनेंस मिनिस्ट्री दिल्ली में चीफ सेके्रटरी गुलाटी के पीए विवेक राजपूत से बात करना होगी। आपको लाइन पर लेता हूं बात कर लो। कुछ 30 साल से क्या कर रहे थे। आधार कार्ड, पैन कार्ड और शपथ पत्र भेज दो। आपको फार्म 11 नहीं भरने पर 50 हजार रूपये पेलेन्टी भी देना होगी। आज ही सभी प्रक्रिया कर दो। भुगतान करा दिया जाएगें।
नौकरी से सेवानिवृत्त होने और 30 साल बाद कॉल आने पर शंका हुई। कॉल करने वाले ने वर्तमान पता बताया, जबकि नौकरी के दौरान पता दूसरे स्थान का विभाग में दर्ज था। उन्होने सेवानिवृत्त के बाद खुद को राईटर और जर्नलिस्ट होना बताया तो संजय शुक्ला ने कॉल काट दिया। ऐसा ही कॉल दूसरे दिन मक्सीरोड पर रहने वाले विभाग के सीनियर सेवानिवृत्त अधिकारी सत्यनारायण सिंह के पास भी पहुंचा। उन्हे भी 2 लाख 46 हजार 903 रूपये का भुगतान करने और पेलेन्टी के 50 हजार रूपये देने की बात कहीं।
वह भी शातिर बदमाशों के मंसूबों का समझ गये थे। जिसके चलते उनके साथ बदमाश धोखाधड़ी को अंजाम नहीं दे पाये। रमेशचंद्र शर्मा ने बताया कि दूरसंचार विभाग की लेखाधिकारी आराधना मालवीय को मामले से अवगत कराया गया है। वहीं यूनियन सेके्रटरी पीके शर्मा को जानकारी दी है। रमेशचंद्र शर्मा ने दूर संचार विभाग के सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों से अपील की है कि वह ऐसे बदमाशों के झांसे में ना आये। उनका कहना था उनके साथ धोखाधड़ी नहीं हो पाई है, जिसके चलते पुलिस में शिकायत नहीं की गई है।