नागदा, अग्निपथ। लक्कड़दास मंदिर के समीप विद्युत डीपी में भीषण आग लग गई, आग ने देखते ही देखते विकराल रुप घारण कर लिया, आसपास के व्यापारियों ने आगजनी को नियंत्रित किया, अन्यथा आधा दर्जन से अधिक दूकान जलकर नष्ट हो जाती। पुलिस, नगरपालिका की फायरबिग्रेड, विद्युत कंपनी के कर्मचारी एवं अधिकारी मौके पर पहुंचे।
लक्कड़दास मंदिर के समीप विद्युत डीपी में शुक्रवार की सुबह लगभग साढ़े नौ बजे जोरदार धमाका हुआ, धमाके के कारण विद्युत डीपी में आग लग गई, आग ने देखते ही देखते विकराल रुप ले लिया। जिससे दुकान के शेड में आग लग गई, आग लगते ही क्षेत्र में बिजली गुल हो गई। व्यापारी गुलशन बुद्धराजा, सचिन पोरवाल सहित अन्य दूकानदारों ने बाल्टी से पानी डालकर आगजनी को नियंत्रित किया।
प्रत्यक्षदर्शी बद्रीलाल पोरवाल ने बताया कि गिलहरी गिरने के कारण डीपी में धमाका हुआ, जिससे आग लगी, यदि क्षेत्र के व्यापारी आगजनी को नियंत्रित नहीं करते तो डीपी के पीछे वाली दूकानों में आग लग जाती, हालांकि की दूकान के आगे लगे शेड में आग पकड़ ली थी, जिसको व्यापारियों ने तुरंत दूकान से अलग कर दिया।
आगजनी की सूचना लगते ही पुलिसकर्मी, विद्युतकर्मी मौके पर पहुंच गए थे। नगरपालिका का ईमरजेंसी नंबर 101 बंद होने से फायरब्रिगेड के लिए पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने वाहन शाखा प्रभारी को सूचना दी, इसके बाद फायरब्रिगेड कर्मी उमेश मीणा, आरिफ खिचली मौके पर पहुंचे।
डॉयल 100 भी आग बुझाने के बाद मौके पर पहुंची। जिनको व्यापारियों के आक्रोश का सामना करना पड़ा, व्यापारियों का कहना है कि व्यस्ततम मार्ग से डीपी में अन्यंत्र स्थानांतरित किया जाए, अन्यथा किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। आगजनी के बाद विद्युत कंपनी के कर्मचारी दिनभर कार्य करते रहे, शाम लगभग चार बजे बिजली व्यवस्था सामान्य हो सकी।
इनका कहना
गिलहरी गिरने से विद्युत डीपी में फाल्ट हुआ, जिससे आग लगी। आगजनी के कारण विद्युत डीपी के साथ साथ वायरिंग भी जलकर नष्ट हो गई। – दिनेश शर्मा, जेई-मप्रविविकंमप्र