उज्जैन, अग्निपथ। अनाज मंडी में मुनीम का काम करने वाले युवक ने फर्म संचालक को कुछ सालों में ही 1 करोड़ से अधिक का चूना लगा दिया। उसकी करतूत सामने आने पर संचालक ने मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर मुनीम को हिरासत में ले लिया है।
तिरूपति सॉलिटर कालोनी में रहने वाला हेमंत कुमार पिता कन्हैयालाल सिंधी अनाज मंडी में जय मां अंबे ट्रेडर्स फर्म का संचालन करता है। पांच सालों से उसके यहां शिवम राठौर मुनीम का कामकाज संभाल रहा था। मुनिम ने हिसाब में गड़बड़ी करते हुए फर्म संचालक को 1 करोड़ से अधिक की चपत लगा दी। उसकी करतूत का खुलासा उस वक्त हुआ जब फर्म संचालक ने उसे फसल क्रय करने के लिये कहा।
मुनिम ने रूपये नहीं होने की बात कहीं। जिस पर उन्होने 2 दिन पहले ही 20 लाख रूपये देने की बात कहीं और हिसाब दिखाने को कहा तो उसकी चालबाजी सामने आ गई। वह आय-व्यय का हिसाब सही लिखता था, लेकिन टोटल राशि में गड़बड़ी कर देता था।
संचालक ने पिछले कुछ सालों का हिसाब मिलाया तो गड़बड़ी की राशि एक करोड से अधिक की होना सामने आ गई। फर्म संचालक हेमंत कुमार ने मामले की शिकायत एसपी कार्यालय पहुंचकर की। जहां से मामले की जांच के आदेश चिमनगंज थाना पुलिस को मिले। पुलिस ने दस्तावेजों को देखने और फर्म संचालक के बयान दर्ज कर मुनिम के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में प्रकरण दर्ज कर लिया। उसे शुक्रवार-शनिवार रात हिरासत में ले लिया था। फिलहाल पूछताछ की जा रही है। पुलिस न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेगी और राशि बरामदगी का प्रयास किया जाएगा।
रतलाम स्टेशन से पकड़ाया बेग चोरी करने वाला बदमाश
उज्जैन, अग्निपथ। शांति एक्सप्रेस ट्रेन में सवार महिला का अज्ञात बदमाश ने बेग चोरी कर लिया था। उज्जैन से ट्रेन के नागदा स्टेशन पर पहुंचते ही महिला यात्री ने आरपीएफ जवान को सूचना दी। ट्रेन रतलाम स्टेशन पहुंचते ही बेग चोरी करने वाला बदमाश हिरासत में आ गया।
जीआरपी ने बताया कि शांति एक्सप्रेस में अहमदाबाद की रहने वाले कृष्णा भक्तानी इंदौर के लिये सवार हुई थी। उज्जैन स्टेशन पहुंचने पर ट्रेन कुछ देर रूकी, उसी दौरान महिला का बेग चोरी हो गया। महिला को बेग गायब होने का पता चला तो उसने अपने कोच में आसपास तलाश की, नहीं मिलने पर ट्रेन के नागदा स्टेशन पहुंचे ही उसने आरपीएफ जवान को सूचना दी।
नागदा जीआरपी और आरपीएफ ने ट्रेन में सर्चिंग शुरू की। बेग में सोने-चांदी के आभूषणों के साथ नगदी रखी थी, जिसकी कीमत 6 लाख रूपये थी। ट्रेन के रतलाम पहुंचते ही आरपीएफ जवानों ने महिला का बेग लेकर ट्रेन से उतार रहे बदमाश को पकड़ लिया।
जिसे आरपीएफ थाने ले जाया गया। जहां पूछताछ में बदमाश का नाम रूपेश पिता ओमप्रकाश नागर निवासी पंवासा उज्जैन होना सामने आया। ट्रेन में सवार महिला यात्री इंदौर पहुंच चुकी थी, जहां उसने मामले की शिकायत दर्ज कराई। आरपीएफ ने बदमाश को इंदौर जीआरपी के सुपुर्द किया है।