उनकी कला को देश-विदेश में सराहा जा चुका है, कई जगह लग चुकी हैं आर्ट गैलरी
उज्जैन, अग्निपथ। शहर की युवा चित्रकार चित्रांगदा जैन ने महावीर जयंती के अवसर पर भगवान महावीर की सबसे छोटी प्रतिमा को 1 छोटी सी 5 मिमी की कील पर मात्र 15 मिनट में चित्रित कर दिखाया है। हाल ही में अमेरिका से आयी उज्जैन में रहने वाली चित्रांगदा जैन डॉ अभिषेक सिंह तोमर के सानिध्य में शिक्षा प्राप्त कर रही है।
चित्रांगदा जैन ने पारंपरिक और रचनात्मक शैलियों के अपने अनूठे मिश्रण से कला जगत में अपने लिए एक जगह बनाई है। उनके मन में बचपन से ही कला के प्रति गहरा जुनून रहा है। उनकी पसंद के माध्यमों में ऑयल, ऐक्रेलिक और जल रंग शामिल हैं, जिसके माध्यम से वह अपनी रचनात्मकता को स्पष्ट रूप से व्यक्त करती हैं।
कला में उनकी यात्रा को न केवल देश की सर्वश्रेष्ठ आर्ट गेलरियों जवाहर कला केंद्र जयपुर, ऑल इंडिया फाइन आर्ट एंड क्राफ्ट सोसायटी दिल्ली, द ताज मुंबई, कोलकाता, इंदौर और कालिदास अकादमी उज्जैन जैसे शहरों में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के कई देशों की जानी मानी गेलरी में अपनी कला को प्रदर्शनियों द्वारा चिह्नित किया गया है।
कालिदास जी द्वारा रचित रंघुवंशम, कुमारसंभवम् और ऋतुसंहारम को भी कलाकार चित्रांगदा जैन ने अपनी कला के माध्यम से बहुत ही ख़ूबसूरती से दर्शाया है जो की बहुत सराहनीय है। कलाकार चित्रांगदा को उनके समर्पण और गहन रचनात्मक प्रक्रिया के लिए जाना जाता है, वे अक्सर प्रेरित होने पर कई दिनों तक अथक परिश्रम करती हैं और अपने दृष्टिकोण को कैनवास और कागज पर जीवंत करती हैं।
उनके काम केवल दृश्य व्यवहार से कहीं अधिक हैं; वे ऐसी कथाएँ हैं जो दर्शकों को गहराई तक जाने और जीवन भर उनके अर्थों का पता लगाने के लिए आमंत्रित करती हैं। दिल्ली में आयोजित विकसित भारत एम्बेसडर आर्टिस्ट वर्कशॉप में कलाकार चित्रांगदा जैन ने अपनी कला के माध्यम से विकसित भारत को दर्शाया, वर्कशॉप में आये हज़ारो कलाकार के बीच चित्रांगदा जैन का विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर प्रसाद ने भी प्रोत्साहित किया।