उज्जैन, अग्निपथ। रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर संरक्षा, सुरक्षा, अधोसंरचनात्मक विकास के साथ ही यात्री सुविधाओं में भी काफी तेजी से सुधार किया जा रहा है। इन कार्यों का समय समय पर निरीक्षण एवम समीक्षा करना काफी जरूरी है।
इसी के तहत मंडल रेल प्रबंधक रतलाम रजनीश कुमार द्वारा बेरछा, मक्सी, पिंगलेश्वर स्टेशनों का गहन निरीक्षण किया गया। बेरछा एवम मक्सी स्टेशनों का विकास अमृत स्टेशन योजना के तहत किया जा रहा है। इसके तहत किये जा रहे यात्री सुविधा के साथ ही साथ परिसंचरण क्षेत्र के विकास कार्यों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान संरक्षा एवम सुरक्षा से जुड़े पहलुओं की भी जांच की गई।
मक्सी स्टेशन पर पॉइंट क्रमांक 124 एवम 115 की कार्यशीलता की जांच की गई तथा उसे ऑपरेट कर चेक किया गया। निरीक्षण के दौरान समपार फाटक संख्या 50्र का निरीक्षण किया गया । इसमें समपार फाटक पर संरक्षा से जुड़े पहलुओं की जांच की गई ऑन ड्यूटी गेट मैन से गेट संचालन से संबंधित जानकारी ली गई।
पिंगलेश्वर स्टेशन पर निर्माणाधीन नवीन स्टेशन भवन का निरीक्षण के साथ ही वर्तमान स्टेशन भवन का निरीक्षण किया गया। उज्जैन स्टेशन पर प्लेटफार्म क्रमांक 8 की ओर सर्कुलेटिंग एरिया का निरीक्षण कर आवश्यक सुधार करने हेतु निर्देश दिए गए।
मंडल रेल प्रबंधक रजनीश कुमार द्वारा निरीक्षण के दौरान जहां अच्छे कार्यों की सराहना की गई वहीं कमियों को यथाशीघ्र सुधार करने हेतु संबंधित अधिकारियों एवम पर्यवेक्षकों को निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मंडल संकेत एवम दूर संचार इंजीनियर(कार्य), वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर(पावर), वरिष्ठ मंडल इंजीनियर(दक्षिण), मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी एवम कर्मचारी उपास्थित रहे।
मंडल रेल प्रबंधक ने बेरछा स्टेशन का किया औचक निरीक्षण
बेरछा, अग्निपथ। पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के मंडल रेल प्रबंधक(डीआरएम) रजनीश कुमार ने सोमवार सुबह बेरछा रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। जहाँ उन्होंने अमृत स्टेशन योजना के तहत किए जा रहे विकास कार्य, यात्री सुविधा के साथ-साथ संरक्षा एवं सुरक्षा से संबंधित आदि बिंदुओं को बारिकी से परखा।
इस दौरान उनके साथ रतलाम मंडल वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। रेलवे के स्पेशल सैलून से अचानक बेरछा पहुँचे अधिकारियों ने लगभग 90 मिनिट तक प्लेटफॉर्म, नए निर्माण, बाउंड्री वॉल, पानी की प्याऊ, कार्यालय सहित विभिन्न स्थानों का औचक निरीक्षण किया तथा विभागीय अधिकारियों को हिदायत भी दी।