तस्कर बोला: लॉकडाउन में बेरोजगार हुआ तो करने लगा गांजा सप्लाय

उज्जैन। गांजे के साथ पुलिस गिरफ्त में आये तस्कर को बुधवार दोपहर पुलिस ने न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है। लॉकडाउन में बेरोजगार होने पर उसने गांजे की सप्लाय करने की बात पुलिस को बताई है।

नानाखेड़ा थाना पुलिस ने 22 किलो गांजे के साथ मंगलवार शाम आनंद नगर स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर के पास से सतीश चौधरी को हिरासत में लिया था। बुधवार को न्यायालय में पेश कर 5 दिनों की रिमांड पर लिया है। एसआई वेदप्रकाश साहू ने बताया कि तस्कर ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने गुजरात में होटल खोली थी जो बंद हो गई। उसके बाद उज्जैन में ढाबा खोला वह भी लॉकडाउन में बंद हो गया।

बैंक से कर्ज लिया था, जिसकी प्रतिमाह 16 हजार रुपये किश्त आ रही थी। बेरोजगार होने पर परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ चुकी थी। जिसके चलते उसने गांजा सप्लाय करने का काम शुरू किया और आसपास के क्षेत्रों में बेचने लगा।

संतोष ने बताया कि गुजरात होटल चलाने के दौरान उसकी पहचानें मिर्ची व्यापारी से हो गई थी। उसके यहां गांजा कारोबारी आता था, जिससे उसका संपर्क हो गया था। लॉकडाउन के बाद उसकी स्थिति खराब हुई तो उसने गांजा तस्कर से संपर्क किया और उड़ीसा से गांजा मंगवाने लगा।

तीन थानों में दर्ज हंै अपराध

एसआई साहू ने बताया कि गांजा तस्कर को हिरासत में लेने के बाद उसे आपराधिक रिकार्ड तलाशे गये तो वह आपराधिक प्रवृति का होना सामने आया। माधवनगर, नीलगंगा और नानाखेड़ा थाने में उसके खिलाफ मामले दर्ज होना सामने आये। अन्य थानों से भी आपराधिक रिकार्ड की जानकारी मांगी गई है। रिमांड अवधि के दौरान उससे जुड़े कुछ और मादक पदार्थ का अवैध करोबार करने वालों की जानकारी मिल सकती है।

4 लाख का गांजा 11 लाख का हुआ

मंगलवार शाम गांजा पकड़ाने के बाद नानाखेड़ा पुलिस ने 22 किलो की कीमत 4 लाख 43 हजार रुपये होना बताया। बुधवार को कांफ्रेंस के दौरान कीमत 11 लाख रुपये बताई गई। दो कीमत सामने आने पर पुलिस को कहना था कि 11 लाख अंतर्राष्ट्रीय कीमत है।

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