सीबीआई और महाराष्ट्र पुलिस का अधिकारी बनकर वाट्सएप पर भेजा था अरेस्ट आर्डर
उज्जैन, अग्निपथ। 2 करोड़ की ऑनलाईन ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। ठगी करने वाला गिरोह सीबीआई और महाराष्ट्र पुलिस का अधिकारी बनकर गिर तारी का भय दिखाता था। वाट्सएप पर फर्जी लेटर हेड पर अरेस्ट आर्डर भेजते थे। राशि ठगने के बाद अन्य राज्यों के खातों के ट्रांसफर कर देते थे। पुलिस आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेगी।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि 12 अप्रैल को शहर के एक व्यवसायी ने कार्यालय आकर बताया था कि उसके साथ 2 करोड़ की ऑनलाइन धोखाधड़ी की गई है। अज्ञात व्यक्ति ने कॉल कर बताया था कि जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल द्वारा फ्रॉड किया गया है। जिसका रूपया तु हारे खाते में आया है। उक्त प्रकरण सीबीआई में दर्ज है।
उसने अपने वाट्सएप कॉलर पर महाराष्ट्र पुलिस को लोगो लगा रखा था। उसने वाट्सएप पर ही गर्वमेंट ऑफ इंडिया के विभिन्न विभागों के लेटर भेजे और अरेस्ट आर्डर के साथ गोपनीय समझौते की सहमति का एग्रीमेंट सीबीआई अधिकारी के हस्ताक्षरित लेटर भी भेजा।
गिरफ्तारी का डर दिखाकर उससे ऑनलाइन 2 करोड़ रुपये पंजाब नेशनल बैंक शाखा नालंदा के खाते में ट्रांसफर कर लिये है। कॉल करने वाले ने कहा था कि अगर नरेश गोयल द्वारा की गई धोखाधड़ी का रूपया तु हारे खाते में नहीं आया है तो 2 करोड़ वापस लौटा दिये जाएगें। एसपी के अनुसार फरियादी के साथ हुई धोखाधड़ी पर गंभीरता से संज्ञान लिया गया और क्राइम, सायबर के साथ आईटी सेल टीम को जांच सौंपी गई। मामले में माधवनगर पुलिस द्वारा धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर वाट्सएप नंबर, मोबाइल नबंर के साथ पंजाब नेशनल बैंक शाखा नालंदा बिहार की जानकारी जुटाई गई।
सामने आया कि उक्त बैंक खाता मुकेश इंटरप्राइजेस का है। जिसमें 2 करोड़ ट्रांसफर हुए है। उक्त खाते से राशि अलग-अलग राज्यों के 40 बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर की गई है। इसी आधार पर 2 अलग-अलग टीम उत्तरप्रदेश और बिहार रवाना की गई। जहां से मुकेश पिता रामचंद्र सॉ (35) निवासी भैंसापुर नालंदा बिहार, अमरेंद्र पिता ब्रजनंदन प्रसाद (23) ग्राम बारापुरा नालंदा बिहार, अनिल पिता भैरूसिंह यादव (31) मैनपुरी उत्तप्रदेश, शरद पिता अमोद पांडे (30) मैनपुरी उत्तरप्रदेश और शाहनवाज पिता मुन्ना आलम (19) ग्राम किंजर जिला अरबल बिहार को गिरफ्तार कर उज्जैन लाया गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। गिरोह से जुड़े कुछ और सदस्य है। जिनका पता लगाया जा रहा है। आरोपियों से 10 मोबाइल फोन बरामद किये गये है।
खातों का उपयोग करने पर देते थे कमीशन
एसपी शर्मा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि मुकेश कुमार सॉ ने अपने दोस्त अमरेंद्र उर्फ बाहुबली के कहने पर पंजाब नेशलन बैंक शाखा में मुकेश इंटरप्राइजेस नाम से खाता खुलवाया था। जिसके बाद बैंक खाते के दस्तावेज, रजिस्र्टड सीम, नेट बैंकिंग की लॉगिग आईडी, पासवर्ड अमरेंद्र के दोस्त अनिल यादव को सौंप दिये थे। अनिल ठगी की राशि उसके खाते में ट्रांसफर करवाता था। जिसके एवज में ठगी गई राशि का पांच प्रतिशत मुकेश का मिलता था।
अमरेन्द्र ने कई लोगों के खाते अनिल का उपलब्ध कराये थे। एसपी ने बताया कि अमरेंद्र और अनिल का परिचय 2022 में एक अपराधिक मामले में जेल में बंद होने के दौरान हुआ था। गिरोह से जुड़े साथी भी एक-दूसरे के माध्यम से जुड़े थे। उन्हे जल्द पैसा कमाने की इच्छा थी।
40 से अधिक खातों को कराया होल्ड
एसपी शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वालों ने 40 से अधिक खातों का उपयोग ठगी की राशि को ट्रांसफर करने में उपयोग किया है। जिसमें कुछ महिनों ने ही करोड़ों का ट्रांजेक्शन होना सामने आया है। सभी खातों को होल्ड करा दिया गया है। देश के कई राज्यों में गिरोह ने ठगी की है। जिसके चलते अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है। इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों का भी जल्द पता लगा लिया जाएगा।