उज्जैन, अग्निपथ। धार्मिक नगरी में आ रहे श्रद्धालुओं के साथ नगर निगम की ठेके पर चल रही विभिन्न पार्किंग पर मनमानी चल रही है।
नगर निगम ने नरसिंह घाट, चार धाम, शिप्रा नदी, छोटा पुल, कार्तिक मेला ग्राउंड, हरी फाटक आदि स्थानों पर पार्किंग ठेके पर संचालित की जा रही है। यहां पर पार्किंग ठेकेदार मनमाने दाम वसूल रहे हैं।
छह घंटे वाहन पार्किंग के 50 रुपए लिये जा रहे हैं। अगर कोई दर्शनार्थी किसी कारण से देव दर्शन की वजह से अगर पार्किंग पर वाहन लेने छह घंटे से अधिक समय में पहुंचता है तो उसे दो गुना किराया देना पड़ता है। जबकि ऐसा नियम विरुद्ध है। अकसर ऐसा होता है कि श्रद्धालु परिवार उज्जैन में दिनभर ई-रिक्शा या अन्य साधन से घूमता है, ऐसे में जब वो पार्किंग पर अपना वाहन लेने पहुंचता है तो कई बार वाहन मालिक से पार्किंग संचालक दो सौ रुपए तक भी वसूल लेते हैं।
अगर कोई नियम की बात करता है तो पार्किंग संचालक के गुण्डेनुमा कर्मचारी अभद्रता और मारपीट तक पर उतारू हो जाते हैं। अकसर ऐसे मामले सामने आते भी रहते हैं, लेकिन दर्शनार्थी उज्जैन से बाहर का होने के कारण प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती है।
पार्किंग संचालकों से ठगे गये दर्शनार्थी परिवार की उज्जैन में आकर आस्था प्रभावित होती है और वो दु:खी होकर लौटता है। हरसिद्धि मंदिर के पुजारी रामचंद्र गिरी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वे मांग की है कि बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों के लिए सभी पार्किंग नि:शुल्क करना चाहिए।
चोरी में शामिल पारदी गिरोह का सदस्य गिरफ्तार
उज्जैन, अग्निपथ। नीलगंगा थाना क्षेत्र के हुई चोरी की वारदात में शामिल पारदी गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर चोरी करना कबूल किया है। पुलिस पूछताछ कर साथियों और चोरी का माल बरामद करने का प्रयास कर रही है। 13-14 अप्रैल को नीलगंगा थाना क्षेत्र के केटीएम शोरूम के पीछे कृष्णा पार्क कालोनी में बदमाशों ने सूने मकान का ताला तोडक़र चोरी को अंजाम दिया था।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। मुखबीर की सूचना पर पारदी गिरोह के सदस्य कार्तिक पारदी को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जिसने पूछताछ के दौरान 2 साथियों के साथ चोरी करना कबूल कर लिया है। पुलिस के अनुसार कार्तिक के दो साथियों की तलाश की जा रही है। जो शहर के अलग-अलग पारदी डेरों में रहते है। दोनों के हिरासत में आने पर कुछ ओर वारदातों का सुराग मिल सकता है। हिरासत में आया कार्तिक पारदी पूर्व में भी चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुका है। उसके खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में चोरी के प्रकरण दर्ज है।