महाकाल के लड्डू अब मशीनों से होंगे तैयार, बन रही है अत्याधुनिक नई यूनिट

अन्नक्षेत्र के पास पड़ी खाली जमीन पर यूडीए बनायेगी नई बिल्डिंग

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर के लड्डू प्रसादी बनाने के लिए मंदिर समिति द्वारा जल्दी ही नई लड्डू प्रसादी निर्माण यूनिट बनाने जा रही है। नया लड्डू प्लांट नए अन्नक्षेत्र के पास खाली जमीन पर बनेगा। यह प्लांट अत्याधुनिक होगा और इसमें मशीनों से लड्डू बनाने की योजना है।

देश-विदेश में फेमस भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद जल्द ही अत्याधुनिक प्लांट में तैयार करने की तैयारी मंदिर प्रशासन ने की है। लड्डू प्रसाद के लिए ऑटोमेटिक यूनिट डाली जाएगी इसके लिए मंदिर समिति ने नए अन्नक्षेत्र भवन के समीप नई बिल्डिंग बनाने के लिए स्थान तय किया है। यह बिल्डिंग बनाने का जिम्मा यूडीए यानी उज्जैन विकास प्राधिकरण को सौंपा गया है।

नई यूनिट बनाने का प्रस्ताव पिछले दिनों हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति की बैठक में ही तय कर लिया गया था। हाल ही में उस जमीन को समतल करने का काम शुरू हो गया है जिस पर नई लड्डू निर्माण यूनिट का भवन बनाया जाना है।

चिंतामन यूनिट में बनते हैं अभी लड्डू

श्री महाकाल का लड्डू प्रसाद वर्तमान में चिंतामन जवासिया स्थित श्री महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्थान भवन में स्थापित लड्डू निर्माण इकाई में बनते हैं। यहां पर लड्डू प्रसाद हाथ से बनाया जाता है। इस कारण इसके निर्माण की एक सीमा तय है। अकसर त्यौहारों के मौकों पर या फिर सावन माह में लड्डू प्रसादी की डिमांड बढ़ जाती है। तब सप्लाई करना बहुत मुश्किल होता है।

इस कारण मंदिर समिति ने नई अत्याधुनिक ईकाई बनाने का निर्णय लिया। ताकि यहां पर मशीनों की मदद से आवश्यकतानुसार लड्डू प्रसादी का निर्माण किया जा सके। करीब 15 हजार वर्ग फीट में भवन बनाने का जिम्मा फिलहाल यूडीए को दिया गया है, लेकिन मंदिर समिति का प्रयास है कि भवन निर्माण और अत्याधुनिक प्लांट में लगने वाली मशीनों के लिए दानदाताओं का सहयोग भी लिया जाये। इसके लिए मंदिर समिति ने प्रयास भी शुरू कर दिये हैं।

400 रुपए किलो बिकता है लड्डू प्रसाद

श्री महाकालेश्वर मंदिर में बेसन, ड्राय फ्रूट्स और देसी घी से बनाया जाने वाला लड्डू प्रसाद मंदिर समिति द्वारा 400 रुपए किलो में बेचा जाता है। इसके लिए 100, 200 और 400 रुपए के पैकेट बनाये गये हैं। प्रसादी की डिमांड देश-विदेश में काफी रहती है, इस कारण मंदिर समिति इसका निर्माण बढ़ाने के लिए नई यूनिट की तैयारी कर रही है।

Next Post

अर्जुन के बाण: कुछ तारीखें कर देती हैं जख्म ताजा

Sat May 4 , 2024
(चित्रः दिलीप चौहान) अर्जुन सिंह चंदेल इस संसार में आये हर मनुष्य के जीवन में कैलेण्डर की कुछ तारीखें वह ताउम्र भूल नहीं पाता है, इनमें से कुछ तो व्यक्ति के जीवन में खुशियां लाने वाली होती है और कुछ उसकी जिंदगी में गहरे घाव और टीस देने वाली। मेरे […]