इंगोरिया , नागदा, घट्टिया और तराना में आयोजित की गई बूथ अवेयरनेस ग्रुप की बैठक, कलेक्टर भी शामिल हुए
उज्जैन, अग्निपथ। लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र के लिए 13 मई को मतदान होगा। जिले में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष, पारदर्शी और निर्विघ्न रूप से मतदान कराने के साथ हमारा प्रमुख दायित्व है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करें। प्रत्येक मतदान केंद्र पर 80 प्रतिशत से अधिक मतदान का लक्ष्य निर्धारित करें।
यह बात कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी उज्जैन नीरज कुमार सिंह ने बुधवार को जिले की इंगोरिया, नागदा , घटिया और तराना में आयोजित बूथ अवेयरनेस ग्रुप की बैठक और प्रशिक्षण में कहीं। कलेक्टर ने सघन भ्रमण कर इन क्षेत्रों में आयोजित बूथ अवेयरनेस की बैठक में शामिल हुए। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत मृणाल मीणा, सहायक नोडल एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास सिद्दीकी, सहायक रिटर्निंग अधिकारी घट्टिया राजाराम जाट, सहायक रिटर्निंग अधिकारी तराना राजेश बोरासी, संबंधित विधानसभा के सहायक रिटर्निंग अधिकारी सहित बूथ अवेयरनेस ग्रुप के सदस्य उपस्थित रहें।
कलेक्टर ने कहाकि सभी बीएलओ, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित सभी बूथ अवेयरनेस ग्रुप के सदस्य ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में प्रभावी ढंग से 13 मई को होने वाले मतदान की मुनादी कराई जाएं।
कलेक्टर ने कहा कि बूथ अवेयरनेस ग्रुप अपने क्षेत्र में प्रति 2 घंटे में होने वाले मतदान की मॉनिटरिंग करें तथा जिन-जिन मतदान केंद्रों पर निर्धारित लक्ष्य की तुलना में कम मतदान हुआ है वहां वहां के मतदाताओं को मतदान के प्रेरित किया जाएं। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर 80 प्रतिशत से अधिक के मतदान का लक्ष्य निर्धारित कर कार्यवाही की जाएं।
मतदान के दिन पहले दो घंटे में प्रात 9 बजे तक 25 प्रतिशत इसके पश्चात प्रात: 11 बजे तक 50 प्रतिशत, 1 बजे तक 60 प्रतिशत, 3 बजे तक 70 प्रतिशत और मतदान समाप्ति समय 6 तक 80 प्रतिशत से अधिक का मतदान कराया जाना सुनिश्चित किया जाएं।
कलेक्टर ने कहा कि मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के सुविधाओं के लिए पर्याप्त छाव , शीतल पेयजल, दिव्यांग और वृद्ध मतदाताओं के लिए रैंप और व्हीलचेयर इत्यादि की व्यवस्था रहें। मतदान केंद्र पर मतदान दलों के रुकने की भी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।