700 बस और 400 चौपहिया वाहन अधिग्रहित
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में ई-रिक्शा अनुमान से अधिक होने के कारण जाम की परेशानी से शहर जूझ रहा है। विशेषकर महाकाल और इसके आसपास के क्षेत्रों में बेतहाशा ई रिक्शा का संचालन किये जाने से शहर की जनता परेशान हो रही है। इसी को लेकर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) संतोष कुमार मालवीय द्वारा कलेक्टर के सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में दिये गये निर्देश के चलते ईरिक्शा चालकों के रजिस्ट्रेशन शुरू कर उनको 20 रूटों पर चलाने संबंधी योजना बनाई गई थी। सभी के रजिस्ट्रेशन तो हो गये हैं, लेकिन चुनाव के चलते इसको जमीनी धरातल पर नहीं लाया गया।
कलेक्टर नीरज सिंह ने यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित करने हेतु समिति का गठन किया था, जिसमें क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, एसडीएम उज्जैन शहर, उपायुक्त नगर पालिक निगम और उप पुलिस अधीक्षक यातायात सदस्य नियुक्त किये गये थे। इस समिति द्वारा उज्जैन शहर को छह झोन में विभाजित कर ई-रिक्शा वाहनों हेतु 20 मार्ग निर्धारित किये गये थे।
समिति में लिये गये निर्णय अनुसार उज्जैन शहर में संचालित सभी ई-रिक्शा वाहनों को उक्त मार्ग आवंटित किये जाने जायेंगे। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय उज्जैन में पंजीकृत प्रत्येक ई-रिक्शा संचालक से निर्धारित किये गये 20 मार्गों में से किन्हीं तीन मार्गों पर अपने आवेदन के माध्यम से स्वीकृति प्रदान करते हुए आवेदन आरटीओ की परमिट शाखा में मांगे गये थे।
ईरिक्शा चालकों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाते ुहुए मार्ग निर्धारण संबंधी आवेदन भी भर दिया था। लेकिन अब मार्ग निर्धारण नहीं हो पा रहा है, क्योंकि 13 मई को चुनाव होना हैं।
700 बस, 400 चौपहिया वाहन अधिग्रहित
आरटीओ संतोष मालवीय फिलहाल सारा काम छोडक़र वाहन अधिग्रहण में लगे हुए हैं। इनके द्वारा बुधवार तक 700 बसें और 400 जीप और अन्य वाहनों का अधिग्रहण कर लिया गया था। अभी और वाहनों का अधिग्रहण किया जाना शेष है। चुनाव के बाद ही फिर इस मामले को गौर कर ईरिक्शा रूटों पर संचालित किये जाने को लेकर दिशा निर्देश जारी किये जायेंगे।
इनका कहना
ईरिक्शा का रूट निर्धारण चुनाव बाद किया जायेगा। फिलहाल मेन फोकस चुनाव में वाहनों को उपलब्ध करवाना है। -संतोष मालवीय, आरटीओ उज्जैन