उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर मेें दर्शन करने आये कलेक्टर को 13 नंबर गेट पर लंबे समय तक खड़े रहना पड़ा। गेट की चाबी नहीं मिलने के कारण ऐसी स्थिति बनी। इस घटना के बाद कलेक्टर के आदेश पर सुरक्षा कंपनी के तीन सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया है।
घटना मंगलवार की है जिस पर बुधवार को एक्शन लिया गया है। दरअसल कलेक्टर नीरजकुमार सिंह प्रतिदिन सुबह महाकाल मंदिर दर्शन के लिए आते हैं। भगवान महाकाल के दर्शन के उपरांत वे हरसिद्धि मंदिर भी जाते हैं। मंगलवार को सुबह दर्शन के बाद करीब साढ़े छह-सात बजे के बीच वे 13 नंबर गेट (बड़े गणेश के सामने) से बाहर निकलना चाहते थे। मंदिर के अंदर कोटितीर्थ से होते हुए मंदिर के गेट पर कलेक्टर श्री ङ्क्षसह को बाहर आने के लिए करीब 15-20 मिनट इंतजार करना पड़ा। यहां पर उस वक्त कोई सुरक्षा गार्ड नहीं था। जो मौजूद थे, उनके पास चाभी नहीं थी। इस कारण गेट खुलने में समय लग गया।
इस मामले में कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए वहां उस वक्त ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को लापरवाही बरतने पर कार्रवाई के निर्देश दिये। माना जाता है कि 13 नंबर गेट आपातकालीन गेट भी है। मंदिर में अगर कोई आपातकालीन स्थिति बनती है तो यहां से बाहर निकला जा सकता है। ऐसे में इस गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी को मुस्तैद रहना जरूरी है।
कलेक्टर के निर्देश के बाद मंदिर समिति के प्रशासक मृणाल मीणा ने मंदिर में कार्यरत सुरक्षा एजेंसी को पत्र जारी कर कंपनी के सुरक्षाकर्मी राहुल बोड़ाना, भारत सिंह बैस और क्यूआरटी नीरज सिंह ठाकुर को अपने कर्तव्य स्थल पर विलंब से उपस्थित होने व लापरवाही करने पर तीनों सुरक्षाकर्मियों की सेवाएं तत्काल करने को कहा है। वहीं एक ओर आदेश जारी कर मंदिर के कंट्रोल रूम में रात्रि कालिन व प्रात: कालीन शिफ्ट के प्रभारी मिलिंद उपाध्याय, नवीन शर्मा और आउटसोर्स कंपनी के कार्यरत सुरक्षा कर्मचारी हिमांशु शर्मा, राहुल पारेगी का 5-5 दिन का वेतन काटने के आदेश दिए हैं।