लोक अदालत में हुआ 100 मामलों का निराकरण
बडऩगर, अग्निपथ। 11 मई को म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार तहसील स्थापना बडऩगर स्थित न्यायालयों में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में प्रिलिटिगेशन सहित न्यायालय में विचाराधीन कुल 100 प्रकरणों का निराकरण किया गया। साथ ही छह दंपतियों ने कोर्ट व मध्यस्थों की समझाइश पर अपने विवादों को भुलाते हुए साथ रहने का फैसला लिया।
सर्वप्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्रीरामविलास गुप्ता द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया गया। जिसके बाद बारी-बारी से अन्य न्यायाधीशगण ऋचा गोयल बंसल, गौरव चौरसिया, सोनल गुप्ता, सोनम डेहरिया एवं उत्कर्ष दिवाकर द्वारा पूजा कर विधिवत नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से अभिभाषक संघ अध्यक्ष जयेश आचार्य, करण राठौड, संदीप सोलंकी, मयंक यादव, महेश विजयवर्गीय, गजेन्द्र यादव, लोकेंद्र पटेल सहित वरिष्ठ एवं कनिष्ठ अधिवक्तागण सहित न्यायालय के समस्त कर्मचारीगण उपस्थित थे।
नेशनल लोक अदालत में पाँचों खण्डपीठों मे विशेष सहायक के रूप मे समाजसेवी हरीकिशन मेलवाणी, विराग मिश्रा, विजेन्द्र गौसर, जितेन्द्र काला एवं गुलशन खटोड़ की अहम भूमिका रही। नेशनल नेशनल लोक अदालत में गृहस्थी के मामूली विवादों में अलग – अलग रह रहे दम्पत्तियों ने न्यायाधीश श्रीराम बिलास गुप्ता, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश की समझाईश के बाद हँसी-खुशी अपने घर जाने का फैसला किया और दम्पत्ति जयदीप – योगिनी, संदीप – कविता, राहुल – ज्योति, जितेन्द्र – प्रीति, कचरूलाल – राधाबाई, अर्जुन – पायल को न्यायालय से ही अपने – अपने घर भेजा गया।
उक्त प्रकरणों में समझाईश हेतु पक्षकारगण के अधिवक्ता हरीश शर्मा, राधेश्याम सोनगरा, जहीरउद्दीन कुरैशी, एम.एल. यादव, नितिन तिवारी, सचिन पण्ड्या, नितेश सुहायला, तरूण गिरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जानकारी अभिभाषक संघ मीडिया प्रभारी नितेश मेलवाणी ने दी।