अधिकारी चुनाव में व्यस्त और पंचायत चला रही जेसीबी
पेटलावद, अग्निपथ। रोजगार गारंटी योजना मजदूरों को मजदूरी देने और पलायन जैसे दंश को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने प्रारंभ की है किंतु इस योजना को जमीन स्तर पर कार्य करने वाले कर्मचारी पलीता लगा रहे है। वह मजदूरों के स्थान पर मशीनों से काम करवा कर मजदूरों के हक की मजदूरी पर डाका डाल रहे है। जिस कारण से क्षेत्र में पलायन जारी है। जिसका खामीयाजा हमने चुनावों में मतदान के प्रतिशत को लेकर देखा है।
मामला है पेटलावद विकासखंड के ग्राम पंचायत बेकल्दा का जहां पर रोजगार सहायक जेसीबी मशीनों के माध्यम से तालाब का निर्माण करवा रहा है और मजदूर मजदूरी के लिए भटक रहे है।
ग्राम पंचायत द्वारा 75 लाख रूपये की लागत से चार तालाब का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें जेसीबी से काम हो रहा है। इसकी शिकायत ग्रामीण जनपद पंचायत के सीईओ को कई दिनों से कर रहे है पर सीईओ साहब चुनाव में व्यस्त होने की बात कहते रहे है। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले एक माह से जेसीबी से खुदाई चल रही है। एक भी मजदूर को काम नहीं मिला है।
गांव के मोहन का कहना है कि पटवारी से लेकर जनपद के बाबूओं को भी सूचना दी गई है किंतु सब चुनाव में व्यस्त है जिसका लाभ ग्राम पंचायत उठा रही है और मजदूरों के हक पर डाका डाल रही है।
पंचायत में बावलिया वाला नाकी तालाब ,पिली वाला नाकी तालाब , रतनिया वाला तालाब और नेगड वाला तालाब निर्माण चल रहा है। इन चारो तालाबों की लागत लगभग 75 लाख रूपये के आसपास है।
ग्रामीणों का कहना है कि हमारी शिकायत पर सुनवाई होना चाहिए और जेसीबी से काम कराने वालों के खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए और गांव के मजदूरों को मजदूरी मिलना चाहिए।
दूसरी और रोजगार सहायक सुधाकर वैरागी का कहना है कि मजदूर ही काम कर रहे है केवल रास्ता बनाने और ब्लास्टिंग का मटेरियल हटाने के लिए जेसीबी का उपयोग किया गया है।