उज्जैन, अग्निपथ। किराये के मकान में रहने वाले युवक की घर में घुसकर हत्या करने वाले 2 आरोपियों को न्यायालय ने गुरूवार को उम्रकैद की सजा सुनाई। मामले में देवासगेट थाना पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज किया था।
जिला अभियोजन अधिकारी राजेन्द्र कुमार खाण्डेगर ने बताया कि 10 सितंबर 2021 को हीरामिल की चाल में किराये का मकान लेकर लिवइन में रहने वाले सोनू उर्फ अमन बैरागी की घर में घुसकर यशवंत उर्फ शेरा और सूरज उर्फ भय्यू ठाकुर निवासी हामूखेड़ी ने चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी।
मामले में देवासगेट थाना पुलिस ने मृतक के साथ लिवइन में रहने वाली मिनाक्षी की शिकायत पर दोनों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया था। 2 साल से अधिक चली सुनवाई के बाद गुरूवार को अष्टम अपर सत्र न्यायाधीश विवेक कुमार चंदेल ने दोनों को हत्या का दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है।
हत्या के बाद सामने आया था कि मृतक सोनू पहले नागझिरी क्षेत्र के सांई एवेन्यू में रहता था। जहां वह एक युवती से बातचीत करता था। उक्त युवती बाद में सूरज उर्फ भय्यू के साथ लिवइन में रहने लगी थी। लेकिन सोनू उर्फ अमन उससे लगातार बातचीत करता था।
इसी बात को लेकर सूरज ने अपने साथी यशवंत उर्फ शेरा के साथ मिलकर सोनू की हत्या कर दी थी। जिला अभियोजन अधिकारी के अनुसार मामले में प्रकरण में शासन का पक्ष मुकेश कुन्हारे विशेष लोक अभियोजक द्वारा रखा गया।
हत्या करने और सुपारी लेने वाले को भेजा जेल
उज्जैन, अग्निपथ। चार दिन पहले इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी की सुपारी लेकर हत्या करने करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गुरुवार दोपहर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। दोनों तीन दिन की रिमांड पर थे। उनकी निशानदेही पर 45 हजार रूपये बरामद किये है।
जूना सोमवारिया में रहने वाले इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी मिश्रीलाल राठौर की चार दिन पहले घर में छिपकर बैठे बदमाश ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने कुछ घंटे में ही हत्या में शामिल आरोपियों का सुराग तलाश लिया था। हत्या में व्यापारी की पत्नी कृष्णाबाई, भानजी माया, गोपाल चौधरी और करण सोलंकी होना सामने आये थे। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। पत्नी और भांजी का हत्या का षडयंत्र रचने और सुपारी देने के आरोप में जेल भेज दिया गया था। गोपाल और करण का रिमांड पर लिया गया था। जिनसे हत्या में प्रयुक्त चाकू और सुपारी के 45 हजार रुपये बरामद किये गये है।
रिमांड खत्म होने पर दोनों को भी जेल भेज दिया गया है। विदित हो कि मामले का खुलासा होने पर सामने आया था कि मृतक पर पत्नी कृष्णाबाई दूसरी महिला से संबंध होने का शक करती थी। जिसके चलते आये दिन पति-पत्नी में विवाद होने लगे थे। पत्नी अलग भानजी के साथ रहती थी।
मिश्रीलाल पत्नी कृष्णा को संपत्ति से भी बेदखल करना चाहता था। जिसके चलते कृष्णाबाई ने भांजी के साथ मिलकर षडयंत्र रचा था और गोपाल को 6 लाख में सुपारी दी थी। गोपाल ने हत्या के लिये करण 2 लाख में तैयार किया था।