त्रिदिवसीय किंकिणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्य उत्सव 2024 में कला साधकों को किया सम्मानित
उज्जैन, अग्निपथ। त्रि दिवसीय किंकिणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्य उत्सव 2024 की समापन संध्या पर इस वर्ष का पंडित कुंदन लाल गंगानी अलंकरण विख्यात कत्थक नृत्यांगना पंडिता मनीषा साठे को प्रदान किया गया।
प्रतिभा संगीत कला संस्थान के प्रतिष्ठा पूर्ण त्रि दिवसीय आयोजन किंकिणी कीर्तन राष्ट्रीय नृत्य उत्सव 2024 का समापन पूर्ण भव्यता और गरिमा के साथ हुआ। इस अवसर पर विख्यात नृत्य गुरु जिनके मार्गदर्शन में खजुराहो में वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ कथक डांस बनाया गया, पंडित राजेंद्र गंगानी विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर प्रतिभा संगीत कला संस्थान के द्वारा इंजीनियर प्रतिभा रघुवंशी एलची के मार्गदर्शन में विशिष्ट नृत्य प्रस्तुति दी गई। इसी के साथ पंडित राजेंद्र गंगानी युवा नृत्य अलंकरण से श्रेया कुलकर्णी को सम्मानित किया गया। किंकिणी कीर्तन कला भूषण से सुमित कुमार यादव, किंकिणी कीर्तन युवा प्रतिभा अलंकरण से सृष्टि हिरवे, किंकिणी कीर्तन नटराज अलंकरण से तनमयी प्रभुने, किंकिणी कीर्तन कथक श्री अलंकरण से अनन्या गौड़ को अलंकृत किया गया।
तीन दिवसीय शास्त्रीय कथक नृत्य की प्रतिस्पर्धा में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त कल साधकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक महामहोपाध्याय डॉ. गोविंद गंधे उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि डॉ राजेन्द्र बंसल, डॉ. जया मिश्रा, प्रतिभा संगीत कला संस्थान की संस्थापक पद्मजा रघुवंशी विशेष रूप से उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि पंडित मनीषा साठे विगत 50 वर्ष से मनीषा नृत्य शाला के माध्यम से पुणे में सतत कथक नृत्य के उत्थान हेतु कार्य कर रही है वह अनेक सम्मानों से सम्मानित है उनके शिष्यों की एक लंबी श्रृंखला भी है।