जांच के दौरान पुलिस ने पकड़ी साजिश, आरोपी ने 7.60 लाख लोन लेकर रची थी कहानी
उज्जैन, अग्निपथ। अपने घर से लाखों रूपए के सोने-चांदी के गहने चोरी होने की रिपोर्ट फरियादी ने की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने टीम बनाकर जांच शुरू की थी। गहन जांच के दौरान चोरी की सत्यता सामने आई तो पुलिस भी हैरान हो गई। दरअसल फरियादी ने उन गहनों के चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जो उसके द्वारा एक साल पहले ही लोन लेकर गिरवी रखा हुआ है। सच्चाई सामने आने के बाद अब पुलिस फरियादी के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
सीएसपी श्वेता गुप्ता ने बताया कि नागझिरी थाना अंतर्गत गंगा विहार कॉलोनी में रहने वाले विक्रांत खत्री ने 5 मई को थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके घर पर चोरी की वारदात हुई है। चोर उसके घर की छत पर लगी प्लास्टिक की शीट काटकर घर में घुसे और पेटी में रखे सोने का मंगलसूत्र, हार, कंगन, चेन, अंगुठी, कान की झुमकी सहित चांदी की पायजेब ले गए। चोरी गए गहनों की कीमत करीब 18 लाख रूपए बताई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने चोरी का पता लगाने के लिए टीम गठित की थी। पुलिस ने फरियादी द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर बारिकी से जांच की तो पूरा सच सामने आ गया। फरियादी विक्रांत खत्री ने जिन गहनों को चोरी होना बताया था वे सभी गहने मणिप्पुरम गोल्ड लोन में गिरवी रखे हुए है।
इन गहनों पर विक्रांत ने एक वर्ष पहले ही करीब 7.60 लाख का लोन लिया है। पूरी कहानी सामने आने के बाद अब पुलिस विक्रांत पर झूठी रिपोर्ट लिखाने पर कार्रवाई करेगी।
ऐसे सामने आया चोरी का सच
सीएसपी गुप्ता ने बताया कि लाखों की चोरी होने का मामला होने से कॉलोनी के सीसीटीवी फूटेज चैक किए गए। मोहल्ले में पूछताछ की गई। संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। जांच के दौरान ही पुलिस ने विक्रांत के घर जाकर चोरी का सीन दोहराया। इस दौरान सामने आया कि विक्रांत ने जिस प्लास्टिक की शीट काटकर चोर के घर में घूसना बताया है। वहां से किसी व्यक्ति का घर के अंदर जाना संभव ही नही है।
इसी पाईंट को ध्यान में रखकर विक्रांत से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारी कहानी बता दी। जो गहने चोरी होना बताएं थे, वे गहने मणिप्पुरम गोल्ड लोन में एक साल पहले ही गिरवी रखकर करीब 7.60 लाख का लोन लिया है। पुलिस मणिप्पुरम के ऑफिस पहुंची तो गहने वहीें मिले।
गहनों का बंटवारा होना था इसलिए चोरी की कहानी बनाई
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में विक्रांत ने बताया कि परिवार में गहनों का बंटवारा होना था। इसीलिए उसने गहने चोरी होने की कहानी बनाई और पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी। जबकि गहनों तो गिरवी रखे हुए थे। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस विक्रांत के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखाने पर धारा 182, 211 के तहत कार्रवाई करेगी।