अभिभाषक से कमरा खाली कराने पर रात में हुआ था विवाद
उज्जैन, अग्निपथ। मालीपुरा में माली समाज के अभिभाषक से समाज की पंचायत का कमरा खाली कराने की बात पर समाज अध्यक्ष और सचिव का सोमवार रात विवाद हो गया था। अभिभाषक की शिकायत पर पुलिस ने समाज अध्यक्ष और अन्य पर प्राणघातक हमले का प्रकरण दर्ज कर लिया। विरोध में मंगलवार को समाजजन पुलिस कंट्रोलरूम पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर प्रकरण की धारा हटाने की मांग रखी।
सोमवार रात 10 बजे माली समाज के अध्यक्ष पीयूष चौहान ने समाज की पंचायत में वर्षो से कमरा किराये पर लेकर कब्जा जमा बैठे समाज के अभिभाषक लोकेन्द्र वर्मा को लेकर मीटिंग आयोजित की थी। जिसमें दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया, इस दौरान पाइप, चाकू, डंडे चल गये। अभिभाषक के कार्यालय में तोडफ़ोड़ कर दी गई। एक ही समाज के 2 पक्षों में विवाद होने पर मालीपुरा में भीड़ जमा हो गई। अभिभाषक लोकेन्द्र वर्मा निवासी विवेकानंद घायल हुआ था। वहीं दूसरी ओर से अध्यक्ष पीयूष और उसके पिता द्वारकाधीश चौहान घायल हुए है। अध्यक्ष के पक्ष में समाजजनों ने अभिभाषक पर कार्रवाई के लिये कोतवाली थाने का घेराव कर दिया। पुलिस ने पीयुष चौहान की शिकायत पर अभिभाषक और उसके पुत्र के खिलाफ मारपीट का प्रकरण दर्ज कर लिया।
अभिभाषक के घायल होने पर बार एसोसिएशन भी मालीपुरा पहुंच गया। उन्होने अभिभाषक पर प्राणघातक हमला होने पर पुलिस को चेतावनी दी कि अगर आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं किया जाएगा तो अभिभाषक संघ सडक़ पर उतरेगा। माहौल गरमाते ही मालीपुरा में सैकड़ो की संख्या में समाजजन एकत्रित हो गये। स्थिति बिगडऩे की सूचना मिलते ही तीन से चार थानों का बल मालीपुरा पहुंच गया।
कोतवाली पुलिस ने अभिभाषक की ओर से समाज अध्यक्ष पीयुष, सचिव लोचन गोयल सहित अन्य पर प्राणघातक हमले का प्रकरण दर्ज कर लिया। देर रात मामला शांत होने के बाद मंगलवार को समाज अध्यक्ष के खिलाफ प्राणघातक हमले का प्रकरण दर्ज होने पर समाज के लोग आक्रोशित हो गये। सत्यनारायण चौहान के नेतृत्व में दोपहर का दर्जनों की संख्या में माली समाज के लोग पुलिस कंट्रोलरूम पहुंचे और अध्यक्ष सहित सचिव और अन्य पर दर्ज प्राणघातक हमले के प्रकरण को गलत बताया।
उनका कहना था कि समाज अध्यक्ष भी गंभीर घायल हुआ है। पुलिस को एक जैसी कार्रवाई करनी चाहिये। एएसपी जयंत राठौर ने समाजजनों से ज्ञापन लेकर मामले में जांच का आश्वासन दिया है।