कार्रवाई शुरू, सुबह 5 बजे पहुंचा भारी पुलिस बल के साथ पहुंचा नगर निगम का अमला
उज्जैन, अग्निपथ। केडी गेट से लेकर इमली तिराहे तक के चौड़ीकरण की राह में आ रहे 18 धार्मिक स्थलों को हटाने की कार्रवाई आखिरकार गुरुवार की सुबह 5 बजे से शुरू कर दी गई। मुस्लिम समाज के लोग इसके विरोध में उतर आए। महिलाएं मस्जिद के सामने ही सडक़ पर बैठ गईं। नगर निगम और पुलिस के अधिकारियों ने समझाया, तब समाज के लोगों ने खुद ही मस्जिद के हिस्से को गिराने का निर्णय लिया।
इधर, लालबाई फूलबाई चौराहे पर दिग्विजय हनुमान मंदिर को शिफ्ट किया जाना है। इसके विरोध में हिंदू संगठनों के लोग धरने पर बैठ गए। कार्रवाई रोक दी गई है। निगम अधिकारी समझाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं कुछ लोगों ने स्वेच्छा से अपने मकान का अतिक्रमण वाला हिस्सा तोडऩा शुरू कर दिया है।
केडी गेट से लेकर इमली तिराहा तक 4 जून 2023 में चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ था। बीच में 13 मंदिर, 1 मजार, 2 मस्जिद, 2 जैन मंदिर जद में आ रहे हैं। 20 मकानों की गैलरी और आगे के हिस्से भी तोड़े जाने हैं। इसके बाद इस रास्ते पर पोल पर लाइन खींचते हुए सेंट्रल लाइट लगाई जाएगी और दूसरे अधूरे काम पूरे किए जाएंगे।
लालबाई फूलबाई मार्ग शुरू होने से पहले आने वाले गणेश मंदिर का करीब 2 से 2.5 फीट हिस्सा तोड़ा जाना था। इसको लेकर नगरनिगम की टीम ने इसका पूरा गुबंद गिरा दिया, हालांकि प्रतिमा के पास तक की मार्किंग की गई थी। इसलिये प्रतिमा का ढंककर कार्रवाई करना शुरू किया गया। एक होटल भी डेढ़ से दो फीट आगे निकली हुई थी। इसको भी संचालन ने अपनी स्वेच्छा से अपने मजदूरों से तुड़वाना शुरू कर दिया था। कुल मिलाकर हल्के फुल्के के विरोध के बाद धार्मिक स्थलों को हटाने का कार्य शुरू हो चुका था।
बिना किसी को सूचना दिये टीम 5 बजे पहुंची
नगरनिगम की टीम ने अपनी कार्रवाई को किसी को भी सूचना नहीं दी थी। हालांकि एक दिन पहले इस क्षेत्र के नगरनिगम की टीम ने धार्मिक स्थलों को हटाने की मुनादी करवा दिया था। गुरुवार को सुबह 5 बजे प्रभावित हिस्सों को हटाने के लिए नगर निगम की टीम, पुलिस बल के साथ पहुंची। मार्ग 15 मीटर चौड़ा किया जाना है। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मार्ग से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। नगर निगम कमिश्नर आशीष पाठक, एडीएम अनुकूल जैन, एडिशनल एसपी जयंत राठौर सहित तीन सीएसपी और चार थानों के टीआई मौके पर मौजूद थे।
कांगे्रस पदाधिकारियों के जागने से पहले ही कार्रवाई शुरू
कुछ दिन पहले कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी धार्मिक स्थल तोडऩे के विरोध स्वरूप कलेक्टर नीरज सिंह से मिले थे और उनको ज्ञापन भेंट किया था, जिसमें आंदोलन करने तक की चेतावनी दी गई थी। इसलिये नगरनिगम की टीम भारी पुलिस बल के साथ धार्मिक स्थल हटाने के लिये पहुंची थी। कांग्रेस के नेताओं के नींद से जागने से पहले ही निगम का अमला अपनी कार्रवाई शुरू कर चुका था। केवल कांगे्रस नेता अनंतनारायण मीणा उनके घर के सामने स्थित गणेश मंदिर हटाने के चलते पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने नगरनिगम के अमले को ठीक तरह की कार्रवाई करते देखा तो कोई विरोध नहीं किया।