स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आकर फ्री केरी पना, ठंडा पानी और अन्य शीतल पेय पदार्थ बांटकर कर सकती हैं सेवा
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में लगातार छठे दिन शुक्रवार को भी जमकर गर्मी पड़ी। तापमान लगातार दूसरे दिन 44 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया गया है। एक दिन पहले गुरुवार को उज्जैन का पारा 45 डिग्री रहा था। यह पहला मौका है जब लगातार छह दिन से तापमान 42 डिग्री के ऊपर चल रहा है। इस दशक में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
हालांकि मामूली गिरावट के साथ शुक्रवार को दिन का तापमान 44.2 डिग्री दर्ज किया गया। लेकिन दोपहर में भीषण गर्मी से इस बात का एहसास ही नहीं हुआ कि पारा आधा डिग्री से ज्यादा कम हो गया है। धूप में निकलने पर पसीना बह रहा है। हर व्यक्ति ठंडक पाने के लिये जतन कर रहा है। कूलरों की दुकानों पर तो ढेरों कूलर होने के बाद भी बिक्री के लिये कम पड़ रहे हैं। सुबह 11 बजे का समय हुआ नहीं कि भीषण गर्मी की आहट शुरू हो जाती है। लोगों को अपने कूलर एसी ऑन करना पड़ रहे हैं। इससे बिजली का बिल भी भारी भरकम आने से लोगों में डर भरा हुआ है। बावजूद इसके कूलिंग करने वाले उपकरण सुबह से लेकर रात तक चल रहे हैं।
हरियाली के साथ भवनों की ग्रीन रूफिंग बढ़ाएं
इधर, बढ़ती गर्मी पर एक्सपर्ट्स ने चिंता जता दी है। एक्सपर्ट का कहना है कि इस सीजन की गर्मी को देखकर ऐसा लग रहा है कि उज्जैन को कूलिंग एक्शन प्लान की जरूरत है। न सिर्फ हरियाली बढ़ानी है, बल्कि भवनों में ग्रीन रूफिंग कराने की भी जरूरत है।
इंदौर-सागर में स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आईं
भीषण गर्मी के इस दौर को देखते हुए इंदौर सागर सहित अन्य शहरों में स्वयंसेवी संस्थाएं सडक़ पर चल रहे लोगों को ठँडक प्रदान करने के लिये आगे आई हैं। कोई कैरी पना बांटने की कार्ययोजना को मूर्त रूप दे रहा है तो कोई संस्था ठँडा पानी और छाछ पिलाने की योजना बना रही है।