नगर निगम करेगी मदद, तय समय सीमा में खुद नहीं हटा पाये
उज्जैन, अग्निपथ। पिछले गुरुवार को सुबह करीब 7 बजे केडी गेट और इमली तिराहा मार्ग के दोनों छोर से नगरनिगम की टीम ने रास्ते में बाधा बन रहे धार्मिर्क स्थलों को हटाने की कार्रवाई शुरू की थी। इस दौरान एक मस्जिद और हनुमान मंदिर को हटाने के दौरान धरना प्रदर्शन भी किया गया। लेकिन आयुक्त नगरनिगम की समझाइश के बाद इसको भी हटाने पर लोग राजी हो गये थे।
दिगम्बर जैन मंदिर का अतिक्रमण हटाने को लेकर समाजजन पहले ही राजी हो गये थे। उनके द्वारा समयसीमा की मांग की गई थी। जोकि सोमवार को पूरी हो गई है। लेकिन मंदिर का अतिक्रमण नहीं हट पाया। लिहाजा आज सुबह नगरनिगम की टीम जाकर इसको हटाने में मदद करेगी।
धार्मिक स्थल हटाने को नगरनिगम की टीम की जगह खुद हटाने को लेकर मस्जिद के पदाधिकारियों और दिगम्बर जैन मंदिर के पदाधिकारियों ने समय मांगा था। उनको एक समयसीमा दे दी गई थी। उस दौरान दिगम्बर जैन मंदिर के पदाधिकारियों ने अपने इंजीनियरों से इसको हटवाना शुरू किया था। इसकी डेड लाइन सोमवार को समाप्त हो गई।
लिहाजा कलेक्टर नीरजसिंह ने सोमवार को प्रशासनिक संकुल भवन में आयोजित समयसीमा बैठक में आयुक्त नगरनिगम आशीष पाठक को इस बारे में आदेशित किया। जानकारी के अनुसार आज नगरनिगम की टीम जेसीबी और कटर के साथ सुबह 8.30 बजे दिगम्बर जैन मंदिर के बाधक बन रहे हिस्से को हटाने के लिये कार्रवाई करेगी।
रहवासियों ने भी दिया नगरनिगम का साथ
ज्ञात रहे कि केडी गेट चौराहे के पास की मस्जिद के हिस्से को हटाने का समाजजनों ने विरोध जताया था। बाद में समझाइश पर वे स्वयं प्रभावित हिस्से को हटाने लगे थे। इसी तरह लालबाई-फूलबाई चौराहे पर पाटीदार समाज की धर्मशाला के बाहर स्थित हनुमानजी मंदिर को हटाने के विरोध में बजरंग दल के पदाधिकारी व क्षेत्रीय रहवासियों ने विरोध जताया था।
अधिकारियों ने उनकी ये मांग मानी कि प्रतिमा को उनके बताए स्थान पर विधि-विधान के साथ पूरी व्यवस्था से रखा जाएगा। इस समझाइश पर वे राजी हुए और कार्रवाई आगे बढ़ गई थी।
इनका कहना
आज अतिक्रमण हटाने में नगरनिगम की टीम मदद करेगी। बाकी सभी धार्मिक स्थलों के अतिक्रमण हटा दिये गये हैं।
– आशीष पाठक, आयुक्त नगर निगम