भस्मारती दर्शन कराने के लिए सुबह पंडित की वेशभूषा में घूमते हैं दलाल
उज्जैन, अग्निपथ। मंदिर समिति और जिला प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर दर्शनार्थियों को ठगने का कारोबार बेधडक़ जारी है। सुबह भस्मारती में और शाम को शयन आरती के दर्शन कराने के नाम पर दर्शनार्थियों से 11 सौ रुपए प्रति व्यक्ति मांगे जा रहे हैं। ऐसा करने वाले ठगोरे पंडे-पुजारियों की वेशभूषा में सोला पहने घूमते रहते हैं।
सोमवार को भस्मारती और शयन आरती मेें रुपए मांगने के मामले सामने आये हैं। भगवान महाकाल की शयन आरती में प्रवेश के नाम पर गुडग़ांव से आए दो दंपती से रुपए मांगे गये। सोलाधारी खुद को पंडित बताने वाले शख्स ने प्रति श्रद्धालु 1100 रुपए मांगे और कहा कि यहां ऊपर से नीचे तक सबको पैसा लगता है। श्रद्धालु अब कलेक्टर नीरज कुमार सिंह से मामले की शिकायत करेंगे।
गुडग़ांव से आईं निधि शर्मा ने बताया कि 23 मई को मैं अपने पति परलव शर्मा और ऋतु गुप्ता व उनके पति धीरज गुप्ता महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे। हमें भस्म आरती की परमिशन नहीं मिली। शयन आरती में शामिल होने का निर्णय लिया। हम चारों ने 250 रुपए प्रति श्रद्धालु की शीघ्र दर्शन की टिकट ले ली। लाइन में लगे तो पता चला कि आगे जाकर यह लाइन आम श्रद्धालुओं की कतार में मिल गई।
इसी दौरान वहां खड़ा एक शख्स हमारे पास आया। उसने खुद को पंडित बताते हुए कहा कि शयन आरती देखना हो तो 1100 रुपए प्रति व्यक्ति लगेगा। हम आपको आगे बैठा देंगे। 4400 रुपए में बात तय हुई। पंडित को आरती के बाद रुपए देने का कहा। पंडित ने हमें जिस जगह खड़ा किया, वहां से सुरक्षाकर्मियों ने हमें हटा दिया। हम लोगों को आगे जाने के लिए कहा गया।
पंडित ने हमें आरती में बैठाने की कई बार कोशिश की लेकिन उनकी व्यवस्था नहीं जम पाई। हमने टीवी में देखकर आरती की और हमारे रुपए भी बच गए।
निधि का कहना है कि महाकाल मंदिर में इस तरह की लूट और आरती के नाम पर रुपए वसूलने वालों के खिलाफ कलेक्टर को जल्द ही मेल करेंगी। 182 नंबर पर भी शिकायत करेंगी। उन्होंने कहा कि इतनी दूर से आने के बाद मंदिर की व्यवस्था को देखकर काफी बुरा लगता है। बता दें कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में शयन आरती में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। इसके बावजूद श्रद्धालुओं से अवैध वसूली के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिछले हफ्ते मुंबई की महिला श्रद्धालु से भी पुरोहित ने भस्म आरती के नाम पर 1500 रुपए की मांग की थी। हालांकि इस मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश दिये थे, लेकिन ठोस कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है।
भस्मारती में भी ले रहे 11-11 सौ रुपए
भस्मारती दर्शन के दौरान सुबह-सुबह भी पंडितों की वेशभूषा में दलाल सक्रिय हैं। सुबह भस्मारती के लिए पहुंचने वाले दर्शनार्थियों से यह लोग संपर्क करते हैं। अगर किसी के पास परमिशन नहीं है तो उससे परमिशन के नाम पर 21 सौ रुपए प्रति व्यक्ति दक्षिणा के मांगते हैं और अगर परमिशन है तो 11 सौ रुपए प्रति व्यक्ति दक्षिणा में नंदी हाल में आगे बैठाने का दावा करते हैं। सोमवार सुबह भी ऐसे ही तीन-चार युवक दर्शनार्थियों को ठगने के लिए घूमते रहे।
दर्शन व्यवस्था नि:शुल्क है, किसी को राशि नहीं दें
शयन आरती दर्शन व्यवस्था िन:शुल्क है इसके लिए किसी को भी रुपए नहीं दें। अगर कोई ऐसा करता है तो तुरंत मंदिर समिति कार्यालय में शिकायत करें। -मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति