परिजनों को किया था मैसेज, मरने जा रहा
उज्जैन, अग्निपथ। क्षिप्रा नदी में मंगलवार सुबह युवक ने कूदकर आत्महत्या कर ली। उसने परिजनों को मैसेज किया था, मरने जा रहा हूं। परिजन उसकी तलाश करने की गुहार लेकर थाने भी पहुंचे थे। कुछ देर बाद उसका शव क्षिप्रा नदी से बाहर निकाला गया।
चिंतामण बायपास मार्ग पर बनी तिरुपति प्लेटिनम में रहने वाले विश्वास पिता भगवान मालानी (30) अपने भाई को सुबह 8.30 बजे नानाखेड़ा बस स्टेंड छोडऩे आया था। कुछ देर बाद उसने परिजनों को मैसेज किया कि मरने जा रहा हूं। मैसेज मिलते ही परिजन उसकी तलाश में निकले। नीलगंगा थाने पहुंचकर पुलिस को बताया कि विश्वास लापता है।
पुलिस उसकी तलाश शुरू कर पाती, सूचना मिली कि चिंतामण बायपास ब्रिज से एक युवक ने क्षिप्रा में छलांग लगाई है। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। युवक की चप्पल दिखाई दी। विश्वास के परिजन भी शंका के चलते क्षिप्रा नदी पहुंच गये थे। उन्होने चप्पल पहचान ली। पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर तलाश शुरू की। एक घंटे बाद शव बाहर निकाला गया। जिसे देख परिजन बिलख पड़े।
पुलिस शव जिला अस्पताल लेकर आई। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया। विश्वास प्रायवेट काम करता था और शादीशुदा था। उसकी एक्टिवा इंदौररोड पर खड़ी मिली है।
पुलिसकर्मियों पर प्रताडि़त करने की चर्चा: विश्वास का शव मिलने के बाद सामने आया कि उसने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें पुलिसकर्मियों पर प्रताडि़त करने की बात लिखी गई है। मामले का लेकर नीलगंगा टीआई विवेक कनोडिय़ा ने बताया कि उन्हे सुसाइड नोट नहीं मिला है। अगर परिवार के पास होगा तो उसने लिया जाएगा। फिलहाल परिजनों के गमगीन होने पर मृतक के घर पहुंचकर उसके कमरे की तलाशी नहीं ली जा सकती है। उसके कर्ज में डूबने और परिवार से विवाद होने की जानकारी भी सामने आई है। उसका मोबाइल भी तलाश किया जा रहा है।