किसानों ने मंडी गेट पर आवाजाही रोकी
धार, अग्निपथ। शहर की कृषि उपज मंडी में मंगलवार को व्यापारियों व किसानों में विवाद की स्थिति बन गई। व्यापारियों ने माल की नीलामी रोकी तो किसानों ने मंडी गेट पर आवाजाही रोक दी। हंगामे के बीच करीब दो घंटे मंडी में कारोबार रहने के बाद प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद नीलामी दोबारा शुरू हुई।
दरअसल मंडी में मंगलवार सुबह व्यापारी ने एक किसान से गेहूं खरीदा था। तौल करवाने के बाद किसान को व्यापारी के फड़ पर गेहूं खाली करना था। लेकिन किसान ट्रॉली लेकर नीलामी वाले फड़ पर पहुंचा और कुछ बोरी उतार दी। इसके बाद वह व्यापारी के पास जा रहा था, इस बीच हम्माल ने यह पूरा घटनाक्रम देख लिया और जानकारी व्यापारी को दे दी। इसके बाद जब दोबारा तौल हुआ तो 50 किलो का अंतर आया। जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
तुलाई के बाद अंतर आने के कारण व्यापारियों ने एक मत होकर नीलामी बंद करवा दी। इससे किसान परेशान होने लगे। परेशान किसानों ने मंडी में हंगामा कर दिया और व्यापारियों का जो माल बाहर जाना था, उसे रोकने के लिए गेट पर बैरिकेड लगा दिए। काफी देर हंगामा चलता रहा।
इसके बाद प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर तहसीलदार आशीष राठौर मौके पर पहुंचे और व्यापारी, किसान और मंडी प्रशासन के साथ संयुक्त बैठक कर मामले का निराकरण किया गया। इसके बाद मंडी में काम शुरू हो पाया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान करीब ढाई घंटे मंडी बंद रही।
गेट बंद किया, आना जाना रोका
मंडी में फसल तुलाई में अंतर आने के बाद व्यापारियों ने कार्रवाई की मांग को लेकर नीलामी कार्य रोक दिया। एक युवक की गलती के कारण अन्य किसान परेशान होने लगे तो किसानों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। मंडी के मुख्य गेट को बंद करते हुए बाहर रोड पर खड़े हो गए। मंडी में आने जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया व आवाजाही बंद कर दी गई।
मंडी ने सूचना पुलिस व प्रशासन को दी, जिस युवक की उपज में अंतर आया था, उसे मंडी में पुलिस के हवाले कर दिया। तहसीलदार मंडी पहुंचे व व्यापारियों सहित किसानों से चर्चा की। लंबी बातचीत के बाद फिर नीलामी कार्य शुरू हो गया था।
इनका कहना
फसल की तुलाई में अंतर के मामला सामने आया था। समझाइश के बाद फिर मंडी की नीलामी चालू करवाई गई। व्यापारी व मंडी प्रशासन जल्द ही इसको लेकर एक बैठक लेगा। आचार संहिता के बाद इसको लेकर अलग से नई व्यवस्था भी की जाएगी। एक युवक ने वाहन से बोरी उतारकर दूसरी जगह रख ली थी। इसके बाद व्यापारियों की ओर से एक आवेदन दिया गया है, जिसे पुलिस को भेजा गया है।
– केके नरगावे, मंडी सचिव, धार