हवाओं के चलने से गर्मी हुई कम एक-दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
उज्जैन, अग्निपथ। इस बार मई में भीषण गर्मी से अब राहत मिलेगी लगी है। गुरुवार सुबह से ठण्डी हवाएं चल रही थीं। गुरुवार को तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट आई। इसके सहित पिछले चार दिनों से तापमान में तीन डिग्री की गिरावट आई है। गुरुवार को दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले दो-दिनों में तापमान में मामूली गिरावट रहेगी, जिससे गर्मी से और राहत मिल सकती है।
इसके पूर्व सोमवार को दिन का पारा 43.2 डिग्री रिकार्ड किया गया था। रात का तापमान इस दौरान 29.5 डिग्री रहा था। मंगलवार को दिन का तापमान 41.6 डिग्री और रात का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद बुधवार को दिन में गर्मी कम रही। इस दौरान 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने से तापमान में गिरावट आई। तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
बुधवार रात के तापमान में गिरावट हुई। रात का तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके पूर्व इसी सप्ताह में सबसे ज्यादा गर्मी थी। इस दौरान तापमान 44 डिग्री सेल्सियस था जिसने 8 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था। इसके बाद तापमान में फिर धीरे-धीरे गिरावट आई। दरअसल, अभी तेज धूप नहीं है लेकिन उमस ने लोगों की परेशानी बढ़ी दी है। इसके चलते ठण्डक के लिए पंखे, कूलर, एसी भी लगातार चल रहे हैं। गुरुवार को सुबह ठण्डी हवाएं चलने से गर्मी का अहसास कम था लेकिन धूप चढऩे के बाद फिर उमस बढऩे लगी।
लू से बचाव के लिए एडवाइजरी
उधर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। साथ ही जिला अस्पताल से लेकर उप स्वास्थ्य केंद्रों तक लू की स्थिति में अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिला अस्पताल में बकायदा 7 बेड का हीट स्ट्रोक वार्ड बनाया गया है, जिसमें उल्टी, दस्त, बुखार के प्रबंधन और उपचार के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
घातक हो सकती है लू
संचालक स्वास्थ्य सेवाएं उज्जैन डॉ. दीपक पिप्पल ने बताया कि लू के साथ बुखार तेज होने पर किडनी काम करना बंद कर सकती है। अगर तुरंत उपचार न किया जाए तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। इन लक्षणों की जल्द पहचान करके इलाज किया जा सकता है। तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना, चक्कर और उल्टी आना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना, शरीर का तापमान अधिक होने के बावजूद पसीने का न आना, सिर में भारीपन, ज्यादा प्यास लगना, यूरिन कम आना, भूख कम लगना, बेहोश होना आदि लू लगने के लक्षण हैं। इन लक्षणों की पहचान जल्द से जल्द किया जाना जरूरी है ताकि उपचार शुरू किया जा सके।