उज्जैन, अग्निपथ। ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन विगत 1 से 30 मई तक उज्जैन संभागीय मुख्यालय एवं विकासखण्ड मुख्यालय पर किया गया। संभागीय मुख्यालय पर 21 खेलों में 35 स्थानों पर शिविर आयोजित किये गये। जिसमें मुख्यालय पर 1550 खिलाडिय़ों एवं जिले के समस्त विकासखण्डों में कुल 1200 खिलाडिय़ों ने नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त किया। ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का समापन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के आतिथ्य में 1 जून को उज्जैन में सम्पन्न हुआ।
पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा द्वारा अपने उद्बोधन में खिलाड़ी जीवन को याद कर खिलाडिय़ों से विभिन्न खेलों के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि खेल में उम्र का कोई बंधन नहीं होता, खेल से बेहतर कुछ नहीं, खिलाडिय़ों को शिक्षा के साथ खेल में तनाव मुक्त केरियर बनाने का अच्छा अवसर होता है, साथ ही समस्त खेलों के प्रशिक्षकों को धन्यवाद दिया जिन्होने ऐसी भीषण गर्मी में भी खिलाडिय़ों को तराशने में कोई कमी नहीं की। आज उज्जैन के खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक प्राप्त कर विशेषकर मल्लखम्ब का जिक्र कर शासकीय सेवा में अवसर प्राप्त कर रहे है।
जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी ओपी हरोड़ ने जानकारी दी कि इस अवसर पर नितेश भार्गव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारी, प्रशिक्षक एवं खिलाडी उपस्थित रहे। आरम्भ में जिला खेल अधिकारी श्री ओ.पी. हरोड़ ने पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस का खेल विभाग एवं समस्त खेल संस्थाओं की ओर से स्वागत किया तथा एक माह तक आयोजित खेल शिविर की प्रगति से अवगत कराया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री भार्गव द्वारा भी अवगत कराया गया कि मेरे द्वारा समय-समय पर शिविरों में कुछ खेलों का अवलोकन किया है, जिसमें देखा कि बहुत छोटे-छोटे खिलाड़ी नियमित अपने खेलों का अभ्यास करते है, जिसमें उनके अभिभावकों की भूमिका भी विशेषकर देखी गई है। खेल विभाग की प्रशंसा करते हुए बताया कि यह एक बड़ी उपलब्धी है कि पूरे जिले में समर केम्प आयोजित किया गया जिसमें 2750 खिलाडियों ने भाग लिया।