13 में से 6 नालियां बन चुकीं, 15 जून से आगे बढ़ेगी डेड लाइन
उज्जैन, अग्निपथ। केडी गेट से लेकर इमली तिराहे के चौडक़रण में दिगम्बर जैन मंदिर के कुछ हिस्से को हटाने का काम रविवार को नहीं हो पाया। पोकलेन नहीं होने से इस कार्य को गति प्रदान नहीं की जा सकी। पिछले बुधवार को मंदिर के ओटले को तोड़ दिया गया था। दो दिन पहले इसके गुंबद को हटा दिया गया था। अब आगे की दीवार और छत को हटाया जाना है, जिसमें पोकलेन की मदद ली जायेगी।
पिछले बुधवार को दिगम्बर जैन मंदिर के अतिक्रमण में आ रहे हिस्से को तोडऩे का काम शुरू कर दिया गया था। शुरुआत मंदिर के ओटले को तोडऩे शुरू की गई थी। इसके बाद केवल गुंबद ही हटाने के कार्य को अमलीजामा पहनाया जा सका है। रविवार को आगे के कार्य को गति प्रदान नहीं की जा सकी। जिसमें मंदिर के आगे की दीवार और छत के आगे के हिस्से को हटाया जाना है। नगरनिगम ने पोकलेन मंगवाई है। सोमवार से इस कार्य को गति प्रदान की जायेगी।
13 में से 6 नालियों का निर्माण कार्य पूरा
पाटीदार समाज धर्मशाला के आगे हिस्से को तोडऩे का काम किया जाना बाकी रह गया है। सूत्रों के अनुसार रविवार को नगरनिगम की टीम ने जेसीबी की मदद से नालियां खोदने का कार्य तेजी से शुरू किया है। श्रमिकों की सहायता से भी कई जगहों पर नाली खुदाई का काम चल रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 13 नालियों में से 6 नालियां बनाई जा चुकी हैं। शेष नालियोंं के बनाये जाने का कार्य भी तेजी से चल रहा है। केडी गेट से मार्ग प्रवेश द्वार के पास की कई नालियों के चोक होने के कारण गटर का पानी सडक़ पर बह रहा है। भैरव महाराज और हनुमान जी के मंदिर को शिफ्ट करना बाकी रह गया है। क्योंकि मंदिर से जुड़े लोग इसको मुहूर्त देखकर हटवाने को तैयार हुए हैं।
सेंट्रल लाइटिंग और एचटी पोल डालना शेष
दिगम्बर जैन मंदिर के पास तक नगरनिगम ने सेंट्रल लाइटिंग का कार्य पूरा कर दिया है। इसको केडी गेट तक ले जाना है। इसके साथ ही एचटी के पोल भी गाड़े जा रहे हैं। इस पर से होकर एचटी लाइन गुजरेगी। रविवार को भी एचटी लाइन के पोल खड़े किये जा रहे थे।
15 जून तक नहीं पूरा हो पायेगा कार्य
कलेक्टर नीरजसिंह ने केडी गेट से इमली तिराहा चौड़ीकरण का संपूर्ण कार्य की डेड लाइन 15 जून नियत की है। क्योंकि मानसून का आगमन होने वाला है, ऐसे में कार्य में बाधा पैदा होगी और स्थानीय नागरिक कार्यों के फैले रहने से परेशान होंगे। फिलहाल काफी कुछ कार्य बाकी हैं, जिनमें नाली निर्माण, फैले मलबे को हटाना, सेंट्रल लाइटिंग वर्क, दो धार्मिक स्थलों को हटाना, कुछ भवनों को और तोडऩा। ऐसे में डेड लाइन की तारीख आगे बढऩे की पूर्ण संभावना नजर आ रही है।