जन्मदिन के दिन हिरासत में आया युवक, 13 लाख का माल बरामद
उज्जैन, अग्निपथ। जन्मदिन की पार्टी मनाने के लिये 2 दोस्तों ने किराना दुकान में काम करने वाले नाबालिग के साथ चोरी की योजना बनाई और वारदात कर दी। जन्मदिन के दिन ही युवक और उसका साथी नाबालिग के साथ पुलिस की हिरासत में आ गये। तीनों की निशानदेही पर 13 लाख का माल कार सहित बरामद किया गया है।
एएसपी नितेश भार्गव ने 28-29 मई की रात बडनग़र के खौफ दरवाजा स्थित अग्रवाल किराना दुकान में अज्ञात बदमाशों ने चोरी की वारदात किया जाना सामने आया था। मामले में दुकान संचालक पल्लव अग्रवाल की शिकायत प्रकरण दर्ज किया गया और आसपास लगे कैमरों के फुटेज खंगाले गये। जिसमें एक नीले रंग की बिना नबंर प्लेट लगी कार दिखाई दी। जिसका रूट ट्रेक किया गया तो इंदौर की ओर जाना सामने आई। पुलिस टीम को अलर्ट किया गया और आगे के कैमरे खंगाले गये। जिसमें इंदौर जाते समय कार की नबंर प्लेट दिखाई दे गई।
कार नबंर के आधार पर बदमाशों का सुराग तलाश गया तो सामने आया कि इंदौर बाणगंगा क्षेत्र से किराये पर ली गई थी। पुलिस ने कार किराये से देने वाले को पूछताछ के लिये बुलाया। उसने क्षेत्र में किराये से रहने वाले कृतिक पिता अनिल शर्मा मूल निवासी बडनग़र को देना बताया। पुलिस ने कृतिक की तलाश कर उसे बडनग़र से हिरासत में लिया।
जिसने जन्मदिन की पार्टी मनाने के लिये अपने साथी अक्षय पिता हरीश प्रजापत और किराना दुकान में काम करने वाले नाबालिग के साथ चोरी करना बता दिया। तीनों को गिरफ्तार करने पर उन्होने बताया कि 3 जून को कृतिक का जन्मदिन था। पार्टी मनाने के लिये चोरी की योजना बनाई थी। जिसमें नाबालिग को शामिल किया गया। तीनों ने दुकान के पीछे निर्माणाधीन मकान पर चढऩे के बाद दुकान की छत पर लगा दरवाजा तोडक़र चोरी की थी। एएसपी ने बताया कि जन्मदिन के दिन ही कृतिक को गिरफ्तार किया गया।
96 घंटे में गिरफ्तार कर 13 लाख का माल किया बरामद
एएसपी भार्गव ने बताया कि वारदात के बाद सामने आया था कि बदमाशों ने दुकान से काजू, बादाम और अखरोट के साथ सांची घी के डिब्बे, पान-गुटका के बोरे, बीड़ी के कार्टून और गल्ले में रखे 15 हजार रुपयों के साथ दुकान में लगा कैमरों का डीवीआर चोरी किया है। पुलिस ने मामले का 96 घंटे में खुलासा करते हुए 10 लाख कीमत की कार के साथ 2 लाख 75 हजार का किराना सामान और 15 हजार रुपये नगद बरामद किये है। एएसपी ने बताया कि चोरी किया गया सामान कृतिक ने अपने इंदौर स्थित किराये के मकान में छुपा दिया था। जहां से शत-प्रतिशत की बरामदगी की गई है।
सायबर की मदद से तीनों तक पहुंची पुलिस
मामले को लेकर बडनग़र थाना प्रभारी अशोक पाटीदार ने बताया कि कैमरों के फुटेज खंगालने के बाद दिखाई दी कार की तलाश के लिये थाना टीम गठित की गई थी। जिसमें एसआई राकेश चौहान, एएसआई प्रभुलाल मुनिया, नरेन्द्रसिंह, भुरिया मोहरे, प्रधान आरक्षक राहुलसिंह राठौर, हेमराज खरे, के साथ सायबर सेल प्रतिक यादव, एएसआई प्रेम सबरवाल, प्रधान आरक्षक राजपाल को शामिल किया गया। टीम ने जहां कार की तलाश की, वहीं सायबर टीम ने आरोपियों की मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर उन्हे गिरफ्तार करने में भूमिका निभाई। आरोपियों की लोकेशन बडनग़र से इंदौर तक ट्रेस हुई थी।