राष्ट्रीय कार्यक्रमों को लेकर समीक्षा बैठक, कोई भी नहीं दिये संकेत
उज्जैन, अग्निपथ। मेडिकल कॉलेज को मूर्तरूप देने के लिये प्रदेश के हेल्थ कमिश्नर स्तर के अधिकारियेां का लगातार दौरा चल रहा है। इसी को लेकर बुधवार को भोपाल से स्वास्थ्य विभाग कमिश्नर हेल्थ डॉ. विवेक पोरवाल ने अपने सात सदस्यों के साथ जिला, चरक और माधव नगर अस्पताल का दौरा किया। इसके पूर्व उन्होंने एक निजी होटल में चिकित्सा शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की समीक्षा बैठक ली।
मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर भोपाल से ढेरों अधिकारियों ने दौरा कर लिया है। लेकिन फ्लिहाल इसके बारे में स्थानीय अधिकारियों को कोई भी संकेत नहीं दिये हैं। एक बार फिर हेल्थ कमिश्नर डॉ. पोरवाल ने बुधवार को जिला अस्पताल का दौरा किया। यहां पर उन्होंने मेडिकल वार्ड, किचन, डायलिसिस आदि वार्डों का निरीक्षण किया।
इसके बाद चरक अस्पताल पहुंचे। यहां पर उन्होंने मेटरनिटी और एसआईएनसीयू का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के रजिस्टरों का भी अवलोकन किया। इसके बार उनके अधिनस्थ अधिकारियों ने माधव नगर जाकर भी निरीक्षण किया। इसके पूर्व निजी होटल में आयोजित चिकित्सा शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की समीक्षा बैठक में इन कार्यक्रमों का प्रजेंटेंशन भी लिया। चरक आरएमओ डॉ. निधि जैन ने प्रजेंटेंशन दिया।
हालांकि इस समीक्षा बैठक में मेडिकल कॉलेज को लेकर स्थानीय अधिकारियों से उन्होंने कोई बात नहीं की। इस अवसर पर भोपाल से आई टीम के सदस्य डॉ. राजू निदारिया, वरिष्ठ संयुक्त संचालक, डॉ. वर्षा राय, उप संचालक, डॉ. हिमांशु जायसवार, उप संचालक, डॉ. हिमानी यादव, उप संचालक, डॉ. विकास मालवीय, उप संचालक, अस्पताल प्रशासन, डॉ. नमिता नीलकंठ, उप संचालक, एनएचएम, डॉ. प्रतिभा अहिरवार, उप संचालक, मौजूद होने के साथ ही स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल, सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा, आरएमओ डॉ. नीतराजसिंह गौड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
सस्पेंस बरकरार….न तो सामान शिफ्टिंग की बात और ना…
मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल की जमीन पर खोलने को लेकर सस्पेंस बरकरार है। हालांकि मौखिक आदेश पर पिछली बार आये भोपाल के अधिकारियों ने सामान शिफ्टिंग का पूरा लेखाजोखा पेश करने के आदेश सीएमएचओ डॉ. पटेल और सिविल सर्जन डॉ. वर्मा को दिये थे। लेकिन अभी तक सामान चरक और माधव नगर अस्पताल में शिफ्ट नहीं हो पाया है। हेल्थ कमिश्नर ने भी दौरा तो किया लेकिन सामान शिफ्टिंग को लेकर कोई आदेश नहीं दिये। फिलहाल दौरा….दौरा का खेल चल रहा है। हो सकता है कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद इस योजना को मूर्तरूप दिये जाने की शुरुआत हो जाये।