दो दिन में कुल 140 ईरिक्शा पर कार्रवाई, एडिशनल एसपी को ईरिक्शा चालकों ने ज्ञापन सौंपा
उज्जैन, अग्निपथ। जिला प्रशासन ने आज 1 जून से ईरिक्शा को व्यवस्थित तरह से संचालित करने की योजना बनाई थी। लेकिन इसको पूरी तरह से अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। क्योंकि अभी तक हजारों की संख्या में ईरिक्शा के रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाये हैं। ईरिक्शा चालक रजिस्ट्रेशन से मुंह छिपाकर भाग रहे हैं।
ऐसे में आरटीओ ने यातायात पुलिस के माध्यम से इन पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। दो दिन में 140 ईरिक्शा पर कार्रवाई भी की जा चुकी है। इससे भयभीत ईरिक्शा चालकों ने एडीशनल एसी को ज्ञापन सौंपा था। अब वह रैली के माध्यम से कलेक्टर को ज्ञापन देने की भी बात कर रहे हैं।
महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद प्रतिदिन डेढ़ से 2 लाख श्रद्धालु देश-विदेश से महाकाल के दर्शन और महाकाल लोक भ्रमण करने के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी अवरुद्ध हो गई है। शहर के चौराहों पर ईरिक्शा जाम की स्थिति पैदा कर रहे हैं। चौपहिया वाहनों से लेकर बड़े कमर्शियल वाहन और ई- रिक्शा ऑटो मैजिक आपस में गुत्थम- गुत्था देखे जा रहे हैं। इससे शहर की आम जनता और श्रद्धालु भी बहुत परेशान है ।
इन सब से निजात पाने के लिए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने नया तरीका इजाद किया और आरटीओ संतोष कुमार मालवीय से लेकर ट्रैफिक पुलिस की मदद से एक नई योजना तैयार की थी जोकि आज 1 जून से सडक़ों पर दिखाई देना शुरू हो गई। लेकिन इसके आड़े वह ईरिक्शा चालक आ रहे हैं जिन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवाकर रूट नहीं लिया है। इन पर आरटीओ संतोष मालवीय सहित यातायात पुलिस कार्रवाई कर रही है।
बुधवार को 80 ईरिक्शा पर कार्रवाई की गई थी। गुरुवार को फिर से 60 ईरिक्शा पर कार्रवाई की गई है। लेकिन रोजीरोटी के नाम पर शहर की यातायात व्यवस्था बिगाडऩे वाले ईरिक्शा चालकों को यह सब रास नहीं आ रहा है। उन्होंने इस मुहिम का विरोध पहले ही दिन से शुरू कर दिया था। लेकिन आम जनता इस कार्रवाई से खुश नजर आ रही है। इसी तरह की कार्रवाई अगर लगातार चलती रही तो एक दिन महाकाल क्षेत्र सहित शहर की अन्य प्रमुख सडक़ों पर यातायात व्यवस्थित नजर आयेगा।
6 हजार ईरिक्शा चालकों ने नहीं कराया रूट आवंटन
जानकारी के अनुसार शहर में कुल जमा 9 हजार ईरिक्शा संचालित हो रहे हैं। इनमें से 3 हजार ईरिक्शा संचालकों ने रजिस्ट्रेशन करवा कर रूट आवंटन करवा लिया है। इस तरह से अभी तक 6 हजार ईरिक्शा संचालक मुहिम निरस्त किये जाने की आस में रजिस्ट्रेशन और रूट आवंटन नहीं करवाया है। इनके द्वारा लगातार इस मुहिम का विरोध किया जा रहा है। उनको शहर के जाम यातायात से कोई मतलब नहीं है। केवल उनको अपनी रोजीरोटी से ही मतलब है।
मांगे नहीं मानी तो कलेक्टर को सौपेंगे ज्ञापन
इधर ई रिक्शा चालकों को यातायात व्यवस्थित करने के नाम पर परेशान किया जा रहा है। इससे उनके सामने रोजी-रस्टी का संकट खड़ा हो गया है। प्रशासन ई रिक्शा चालकों की 19 सूत्री मांगों पर विचार कर समस्या का निराकरण करें। उक्त मांग को लेकर ई रिक्शा चालक संगठन के अध्यक्ष बल्लू सिंह ठाकुर के नेतृत्व में ई रिक्शा चालक संगठन के नाम एडिशनल एसपी नितेश भार्गव को ज्ञापन दिया गया।
बल्लू सिंह ठाकुर ने बताया कि बुधवार को 80 से ज्यादा ई रिक्शा जप्त किए गए हैं। पिछले दिनों चालकों ने आरटीओ को ज्ञापन देकर उनकी समस्याओं के निराकरण की मांग की थी परंतु आरटीओ ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया इसलिए वह एसपी के माध्यम से अपनी समस्या का निराकरण करना चाह रहे हैं ।
ई रिक्शा चालकों को रुट की व्यवस्था के लिए जबरन परेशान ना किया जाए। समस्या का निराकरण नहीं किया गया एवं मांग नहीं मानी गई तो 8 तारीख को रैली निकाल कर कलेक्टर महोदय को ज्ञापन दिया जाएगा।
इनका कहना
ईरिक्शा संचालकों द्वारा जबरन दबाव बनाया जा रहा है। कार्रवाई निरंतर चलती रहेगी।
– संतोष मालवीय, आरटीओ उज्जैन