चौबीस खंभा से हरसिद्धि मंदिर मार्ग पर भी सडक़ के दोनों किनारों पर अतिक्रमण
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर जाने का प्रमुख मार्ग इन दिनों अतिक्रमण की चपेट में है। हरसिद्धि घाटी से बड़ा गणेश मंदिर तक का मार्ग पूरी तरह से व्यापारियों के कब्जे में है। दर्शनार्थी यहां से बमुश्किल ही निकल पाते हैं।
पिछले दिनों प्रशासन ने बड़ा गणेश के साइड से गुजरने वाले मार्ग के अतिक्रमण हटाकर इसे चौड़ा किया था, ताकि यहां से मंदिर के चार नंबर गेट की ओर जाने में दर्शनार्थियों को आसानी हो सके। लेकिन प्रशासन की यह मंशा पूरी नहीं हो रही है। यह मार्ग पूरी तरह व्यापारियों के कब्जे में है। टेबलें लगाकर यहां पर व्यापारी तमाम तरह की सजावटी, धार्मिक, फूल-प्रसाद, कपड़े आदि का व्यापार कर रहे हैं।
सडक़ के दोनों ओर फुटकर व्यापारियों ने इस कदर कब्जा जमा लिया है कि मंदिर जाने वाले दर्शनार्थियों का पैदल गुजरना भी मुश्किल है। यात्रियों को व्यापारी सामान खरीदने के लिए बीच सडक़ पर रोक लेते हैं और सामान खरीदने के लिए दबाव बनाने लगते हैं। यहां पर व्यापारियों की मनमानी रोकने के लिए न तो पुलिस कर्मी नजर आते हैं और न ही मंदिर समिति या नगर निगम के कर्मचारी।
दावा अतिक्रमण मुक्त कर दिया; मौके पर ऐसी स्थिति नहीं
इसी तरह चौबीस खंभा माता मंदिर से हरसिद्धि घाटी होते हुए हरसिद्धि मंदिर चौराहा और वहां से जयसिंहपुरा चारधाम मंदिर तक की सडक़ भी दोनों ओर से फुटकर व्यापारियों से घिरी हुई है। यहां पर दुकानदारों द्वारा दुकान के बाहर सडक़ पर भट्टी आदि लगाकर व्यापार किया जा रहा है। पिछले दिनों नगर निगम ने दावा किया था कि यह पूरा क्षेत्र अतिक्रमण मुक्त कर दिया गया है, लेकिन मौके पर ऐसी स्थिति कहीं नजर नहीं आती। बल्कि कुछ व्यापारी तो दबी जुबान यह भी कहते हैं कि उन्हेें खुद नगर निगम कर्मचारी ही रुपए लेकर जगह देते हैं। यहां पर व्यापारियों की भरमार ही अकसर विवाद का कारण भी बनती है।