5408 करोड़ का निवेश, 14810 लोगों को मिलेगा रोजगार
उज्जैन, अग्निपथ। शहर की तकदीर और तस्वीर बदलने वाली विक्रम उद्योगपुरी अब परवान चढऩे लगी है। 752.55 एकड़ के विशालकाय क्षेत्र में फैली उद्योगपुरी की जगह अब कम पडऩे लगी है।
उल्लेखनीय है कि 752.55 एकड़ क्षेत्रफल में से 507.98 एकड़ भूमि औद्योगिक इकाइयों के लिये, 10.62 एकड़ व्यवसायिक गतिविधियों के लिये आवासीय उपयोग हेतु 13.50 एकड़, पब्लिक संस्थानों के लिये 22.61 एकड़, सडक़ एवं अन्य जनसुविधाओं हेतु 194.84 एकड़ भूमि है। इस समस्त भूमि में 101 प्लॉट बनाये गये थे जिसमें से 78 प्लॉट आवंटित किये जा चुके हैं।
मध्यप्रदेश औद्योगिक क्षेत्र विकास निगम के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश राठौड़ ने अग्निपथ को खास मुलाकात में बताया कि विक्रम उद्योगपुरी क्षेत्र में 5408 करोड़ का निवेश हो रहा है और इस औद्योगिक नगरी में लगभग 14810 रोजगार सृजन होंगे। उज्जैनवासियों के लिये सुखद समाचार यह है कि इस क्षेत्र में अंतरर्राष्ट्रीय कंपनी पेप्सिको, टॉमी जैसी कंपनियों के तो भवन भी बनना चालू हो गये हैं वहीं फेना डिटरर्जेन्ट, सुधाकर पाईप, सी.पी. पेन्टस जैसी नामी गिरामी कंपनियों ने उत्पादन भी प्रारंभ कर दिया है। देशभर की प्रतिष्ठित कंपनियों में उज्जैन में निवेश के लिये होड़ लग गयी है।
विक्रम उद्योगपुरी का पूरा क्षेत्र फुल हो जाने के बाद औद्योगिक विकास निगम द्वारा मध्यप्रदेश सरकार से और भूमि की माँग की जा रही है ताकि इस क्षेत्र का विस्तार किया जा सके। देश की प्रसिद्ध टे्रक्टर निर्माता कंपनी मेसर्स वीई कमर्शियल वाहन जो कि आयशर टे्रक्टर बनाती है ने 50 एकड़ भूमि की माँग की है। आयशर यहाँ 200 करोड़ का निवेश करेगा और लगभग 100 लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करायेगा।
इसके अलावा एयरपोर्ट एवं रेलवे स्टेशनों पर यात्री सामानों की चेकिंग के लिये उपयोग में आने वाली बैगेज स्केनर मशीन बनाने का प्लॉट 5 एकड़ भूमि में 200 से 300 करोड़ की लागत से स्थापित होगा। एसीडिस प्रायवेट लिमि द्वारा इस हेतु भूमि आवंटन किये जाने हेतु माँग पत्र दिया गया है।
मेसर्स सिग्नीफाय आरबीटी प्रा. लिमि द्वारा रोबोटिक वुड प्रोसेसिंग एवं फर्नीचर के उत्पादन हेतु 4 एकड़ भूमि की माँग, 100 करोड़ लागत, लगभग 250 व्यक्तियों को रोजगार, मेसर्स बेरीकेप इंडिया प्रा.लिमि द्वारा 100 करोड़ की लागत से 7.5 एकड़ भूमि में प्लास्टिक केप्स बनाने की औद्योगिक इकाई हेतु भूमि माँगी गयी है जिसमें 100 लोगों को रोजगार दिये जाने का वायदा किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त अन्य छोटी-मोटी औद्योगिक इकाइयों द्वारा भी विक्रमनगर उद्योगपुरी में भूमि माँगी जा रही है।