शास्त्रीनगर में हुई वारदात का 24 घंटे में खुलासा, ई-रिक्शा जप्त
उज्जैन, अग्निपथ। शास्त्रीनगर में हुई चोरी की वारदात का पुलिस ने सोमवार को 24 घंटे बाद खुलासा कर दिया। चोरी को क्षेत्र में रहने वाले बदमाश ने दो साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। तीनो ई-रिक्शा से पहुंचे थेे। कैमरों की मदद से तीनों को गिरफ्तार कर आभूषण जप्त किये गये है।
नीलगंगा टीआई विवेक कनोडिय़ा ने बताया कि रविवार को शास्त्रीनगर में रहने वाली कलावती पति संग्रामसिंह तोमर ने शिकायत दर्ज कराई थी वह अकेली रहती है, बेटा इंदौर में निवास करता है। चार दिनों से इंदौर में थी, रविवार दोपहर लौटने पर मकान का ताला टूटा मिला। घर में रखे सोने के टॉप्स, सोने का टीका, चांदी के सिक्के, 3-4 हजार नगद चोरी हुए है।
मामले में प्रकरण दर्ज कर शास्त्रीनगर गली नबंर 9 में लगे सीसीटीवी कैमरे देखने पर ई-रिक्शा कलावती तोमर के घर के बाहर खड़ा दिखाई दिया। जिसमें 3 बदमाश बैठे थे। रिक्शा करीब 30 मिनट तक खड़ा रहा। जिसमें से तीनों युवक उतारते और मकान में जाते दिखाई दिये।
रिक्शा का नबंर ट्रेस करने के बाद 24 घंटे में शास्त्रीनगर में रहने वाले चंदन पिता रमेश दुबे और विष्णुपुरा में रहने वाले रवि पिता कैलाश वाडिया के साथ उदित पिता बाबूलाल अखंड को हिरासत में लिया। तीनों ने पूछताछ में चोरी करना बता दिया। तीनों से चोरी किये आभूषणों के साथ 15 सौ रूपये नगद और डेढ़ लाख कीमत की रिक्शा जप्त की गई है।
कैमरे में दिखाई दिये बदमाशों की तलाश करने और माल बरामद करने में एसआई यादवेन्द्र परिहार, प्रधान आरक्षक राहुल कुशावाह, आरक्षक दीपक दिनकर और लोकेश प्रजापत की भूमिका रही है। सोमवार दोपहर तीनों बदमाशों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।