अर्जुन सिंह चंदेल
चलिये अब देखते हैं कि 2024 के हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में जीते उम्मीदवारों में से किस राजनैतिक दल के कितने सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सबसे पहले बात करते हैं इन चुनावों में सर्वाधिक सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी की। भाजपा के विजयी 240 सांसदों में से 63 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं यानि 26 प्रतिशत पर। 99 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही काँग्रेस के 32 सांसदों पर प्रकरण दर्ज हैं यानि 32 प्रतिशत पर। समाजवादी पार्टी के जीते 37 माननीय सांसदों में से 17 पर मुकदमे दर्ज हैं यानि 46 प्रतिशत पर। अखिल भारतीय तृणमूल काँग्रेस के विजयी 29 उम्मीदवारों में से 7 पर यानि 24 प्रतिशत पर।
द्रविड मुनत्र कन्नडम के 22 में से 6 सांसदों यानि 27 प्रतिशत पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आंध्रप्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की तेलगूदेशम पार्टी के 16 में से 5 सांसदों पर अर्थात 31 प्रतिशत पर और शिवसेना के 7 में से 4 सांसदों पर मतलब 57 प्रतिशत पर अपराध दर्ज हैं।
एक और चौकाने वाली जानकारी यह है कि अनादिकाल में हमारा देश सोने की चिडिय़ा कहलाता था पर अब तो हमारा देश सोने की ‘चिडिय़ा’ नहीं सोने का ‘बाज’ है। 2024 की लोकसभा के 543 सांसदों में से 504 माननीय करोड़पति हैं यानि संसद के 93 प्रतिशत सांसद करोड़पति है फिर भी हम 80 करोड़ भारतवासियों को मुफ्त अनाज बांट रहे हैं यह कैसी विडम्बना है?
2019 की लोकसभा में 539 में से 475 सांसद करोड़पति थे यानि 88 प्रतिशत। 2014 की लोकसभा के 542 सांसदों में से 443 यानि 82 प्रतिशत करोड़पति थे। 2009 की 543 सदस्यीय लोकसभा में 315 यानि 58 प्रतिशत सांसद ही करोड़पति थे। अब देखिये किस राजनैतिक दल में सबसे ज्यादा करोड़पति हैं।
भारतीय जनता पार्टी के 240 सांसदों में से 227 अर्थात 95 प्रतिशत करोड़पति हैं, 99 काँग्रेसी सांसदों में से 92 यानि 93 प्रतिशत करोड़पति हैं, डी.एम.के. 22 सांसदों में से 21 अर्थात 95 प्रतिशत करोड़पति, तृणमूल काँग्रेस के 29 में से 27 मतलब 93 प्रतिशत सांसद करोड़पति, समाजवादी पार्टी के 37 में से 34 सांसद यानि 92 प्रतिशत सांसद और आम आदमी पार्टी के तीनों ही जनता दल युनाइटेड के 12 में से 12 ही और तेलगूदेशम के 16 में से 16 ही सांसद करोड़पति हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म ने यह भी निष्कर्ष निकालकर संभावना व्यक्त की है कि आप किसी भी राजनैतिक दल से उम्मीदवार हों यदि आप करोड़पति हैं तो आपके जीतने की संभावनाएं 19.6 प्रतिशत है और यदि आप करोड़पति नहीं है तो आपके जीतने की संभावनाएं मात्र 0.7 प्रतिशत ही है।
मतलब स्पष्ट है भारत में अब सांसद चुनाव लडऩे के लिये आपका करोड़पति होना जरूरी है। और आगे बढ़ते हैं क्या आप जानते हैं तेलगूदेशम पार्टी के सांसद डॉक्टर चंद्रशेखर पेमासामी जो कि आंध्रप्रदेश के गुंटूर से है उनकी चल व अचल संपत्ति मिलाकर 5706 करोड़ है वह सबसे मालदार सांसद है।
दूसरे नंबर पर तेलंगाना के चेवेल्ला संसदीय क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर आये कोंडा विश्वेसर रेड्डी है जिन्होंने निर्वाचन आयोग को दिये शपथ पत्र में अपनी चल अचल संपत्ति 4568 करोड़ बतायी है। तीसरे नंबर पर भी भाजपा के सांसद कुरुश्रेष्ठ है जिन्होंने 1247 करोड़ की संपत्ति दर्शायी है। यह तो हुयी धनकुबेर सांसदों की संपत्ति की बात अब अपवाद स्वरूप गरीब सांसदों की भी बात कर ही ली जाए।
सांसदों की औसत संपत्ति 46.34 करोड़
2024 की लोकसभा में पश्चिम बंगाल में पुरलिया सीट से भाजपा के टिकट पर जीतकर आये ज्योर्तिमय सिंह महतो सबसे गरीब सांसद है उन्होंने अपनी संपत्ति मात्र 5 लाख ही बतायी है। दूसरे नंबर के गरीब सांसद बंगाल के अरामबाग से तृणमूल काँग्रेस के के मिताली बेग है जिनकी संपत्ति 7 लाख है। तीसरे नंबर पर उत्तरप्रदेश की माची शहर सीट से जीतकर आयी समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज है जिनकी संपत्ति मात्र 11 लाख है। कुल मिलाकर यदि हमारे देश के 543 सांसदों की संपत्ति का औसत निकाला जाय तो वह 46.34 करोड़ है।
2024 के 543 सांसदों में से 214 पिछली बार 2019 की लोकसभा के भी सदस्य थे।
शिक्षा के बारे में भी जान लें 543 में से 420 सांसद स्नातक या उससे अधिक शिक्षित हैं। 105 सांसद पाँचवी और 12वीं के बीच पढ़े-लिखे हैं और 17 सांसद सिर्फ साक्षर है। हम उम्मीद करते हैं देश के मतदाताओं से वह 2029 के होने वाले लोकसभा चुनाव में 100 प्रतिशत करोड़पतियों को ही संसद में भेजेंगे। या आमीन