घर में हो रहा कूड़े का ढेर, शहर के कई वार्डों में नहीं पहुंच रहीं कचरा गाडिय़ां

बिना कवर के बड़े कचरा वाहन सडक़ों से गुजरते वक्त फैला रहे गंदगी

उज्जैन, अग्निपथ। शहर में स्वच्छता की धूल उड़ रही है। नगरनिगम की शहर को स्वच्छ रखने की योजना अधर में पड़ी दिखाई दे रही है। कचरा गाडिय़ां शहर के कई वार्डों में कई दिनों से नहीं पहुंच रही हैं। जिम्मेदारों ने इस ओर से अपनी आंखें मंूद रखी हैं।

जानकारी के अनुसार उज्जैन के 54 वार्डों में घर-घर कचरा कलेक्शन के लिए नगर निगम के पास करीब 80 गाडिय़ां हैं, जो 200 से अधिक कॉलानियों और मोहल्लों में घर-घर कचरा कलेक्शन में लगी हुई थीं। करीब एक सप्ताह से ये वाहन घरों तक नहीं आ रहे हैं, इससे लोग परेशान हैं। कचरा यहां-वहां नजर आने लगा है। वार्ड क्रमांक-17 के रहवासियों के यहां तो कचरे का ढेर लग गया है। सडक़ पर भी कचरे का ढेर नजर आने लगा है।

æòऐसा कई कॉलोनियों में हो रहा है। कचरा गाडिय़ां पुरानी होने के कारण मेंटेनेंस मांग रही हैं, लेकिन इनको ऐसे ही धकाया जा रहा है। लिहाजा कचरा गाडिय़ां खराब होकर बेकार पड़ी हुई हैं। ग्लोबल कंपनी के कर्णधार भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। नगरनिगम के अधिकारी भी केवल नदी नालों की सफाई तक ही अपना ध्यान केन्द्रित किये हुए हैं।

आरटीओ 65 वाहनों को कर चुका अनफिट

कुछ समय पहले नगर निगम के कचरा कलेक्शन वाहनों की आरटीओ विभाग द्वारा जांच की गई थी और 10 में से 8 गाडिय़ां अनफिट पाई गई थीं। ऐसे वाहनों में नगर निगम को सुधार कराने का कहा गया था। इधर नगर निगम के लगभग 80 कचरा कलेक्शन वाहनों में से 65 वाहन आरटीओ के नजरिए से सडक़ों पर चलने लायक नहीं रह गए हैं।

वाहनों पर कवर ही नहीं

करोड़ों रुपए का नगर निगम का बजट है लेकिन नगर निगम की कचरा गाडिय़ाँ खुली हुई हैं और बदबू फैलाती और कचरा गिराती हुई जाती हैं। करोड़ों का बजट होने के बावजूद शहर से कचरा इक_ा करने वाली गाडिय़ों के टूट चुके कवर को रिपेयर कराने या नया लगाने के लिए उसके पैसे नहीं है। शहर में जितनी भी कचरा गाडिय़ाँ दौड़ रही हैं वे सभी बिना कवर के चल रही हैं और बदबू फैला रही हैं और रास्ते में कचरा गिराते हुए जा रही हैं।

उल्लेखनीय है कि नगर निगम के पास घर-घर कचरा कलेक्शन के लिए 80 से ज्यादा वाहन हैं। इसके अलावा सडक़ों और व्यापारिक क्षेत्रों से कचरा उठाने के लिए एक दर्जन से ज्यादा बड़े कचरा वाहन हैं। सालों से इनका मेंटेनेंस नहीं होने के कारण बड़े वाहनों के कवर गायब हो गए हैं। बगैर कवर के ही वाहनों में ऊपर तक कचरा भरकर ले जा रहा है जो पूरे रास्ते में गिरता रहता है।

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