उज्जैन, (अर्जुनसिंह चंदेल) अग्निपथ। यदि बाबा महाकाल की बरसती हुयी कृपा लगातार रही तो सौगातों की माला में एक मोती और जुडऩे जा रहा है। वह है उज्जैन की धरा पर सपनों से उतरकर 67177.86 स्क्वेयर मीटर भूमि पर बनने वाली मेडीसिटी।
मध्यप्रदेश के लोक निर्माण विभाग द्वारा बनायी जाने वाली इस मेडीसिटी के निर्माण में विशेषज्ञता (परामर्शदाता) या अँग्रेजी में कन्सलटेंट की फीस ही 9 करोड़ रुपये है। विभाग द्वारा बुलाये गये ग्लोबल टेंडर में दुनिया भर की लगभग एक दर्जन से अधिक कंपनियों ने हिस्सेदारी की थी। सबसे कम 9 करोड़ न्यूनतम दर दिल्ली की फर्म की रही। निविदा स्वीकृत होने के बाद इसकी विस्तृत कार्ययोजना (डी.पी.आर.) बनकर तैयार है।
संभावना है कि बारिश के बाद मेडीसिटी का निर्माण प्रारंभ हो जायेगा और आगामी सिंहस्थ 2028 पूर्व यह उज्जैनवासियों को लोकार्पित हो जायेगी।
कैसी होगी मेडीसिटी
चलिये अग्निपथ के सुधि पाठकों को हम बताते हैं कि कैसी होगी मेडीसिटी। इसका निर्माण तीन हिस्सों में किया जा रहा है साईट-ए, साईट-बी और साईट-सी। अर्थात तीन ब्लाकों का निर्माण होगा साईट ए ब्लाक का निर्माण 13.5 एकड़ भूमि (54632.56) स्क्वेयर मीटर, साईट बी ब्लाक 3.1 एकड़ (12543.5) स्क्वेयर मीटर भूमि पर होगा।
तीसरा ब्लाक सी 5 एकड़ भूमि पर बनेगा। 150 सीट वाला मेडिकल कॉलेज बेसमेंट+भूतल+7 मंजिला रहेगा। 605 पलंगों की क्षमता वाले अस्पताल का भवन बेसमेंट+भूतल+9 मंजिला रहेगा। मेडिकल की पढ़ायी करने वाले छात्रों को अध्ययन कराने के लिये 4 ब्लाक बनाये जायेंगे जिसमें 180 रूम रहेंगे।
लगभग 605 बिस्तरों के बनने वाले अस्पताल की क्षमता 800 मरीजों की रहेगी जिसके लिये 1500 नर्सों को तैनात किया जायेगा उनमें से 380 नर्सों के आवास हेतु 13 मंजिला होस्टल बनेगा जिसमें भूतल अतिरिक्त रहेगा। इसी प्रकार मेल (पुरुष) नर्सों के लिये भी भूतल+13 मंजिला होस्टल रहेगा जिसमें 56 पुरुष नर्स रह सकेंगे। इंटर्नशिप कर रहे छात्रों हेतु भी 13 मंजिला होस्टल रहेगा जिसमें 28 छात्र रह सकेंगे इसी तरह छात्राओं हेतु भी भूतल+9 मंजिला हॉस्टल बनेगा।
स्नात्तकोत्तर की पढ़ायी करने वाले छात्रों हेतु 13 मंजिला भवन बनेगा जिसमें 281 रूम बनाये जायेंगे। रेसीडेन्स चिकित्सकों के लिये 10 मंजिला बिल्डिंग में 67 आवास बनाये जायेंगे। स्नात्तकोत्तर की पढ़ायी करने वाले छात्रों के होस्टल हेतु 13 मंजिला भवन में 281 आवास बनेंगे। 473 करोड़ का अनुमान पत्रक वाली मेडीसिटी प्रोजेक्ट की लागत 569 करोड़ तक जाने की संभावना है।
बनने वाली मेडीसिटी में अनेक प्रकार के विभाग रहेंगे जिसमें प्रमुख है एंटोमी (शरीर की संरचना), फिजियोसोलॉजी (शरीर कैसे कार्य करता है), बॉयोकेमिस्ट्री (रसायन), पैथालॉजी (परीक्षण), माइक्रोबॉयलाजी (टेस्ट), फार्माकोलॉजी (दवाईया), फॉरेन्सिक मेडिसीन (शव परीक्षा), कम्युनिटी मेडिसीन (सामुदायिक या सामूहिक रोगों के लिये) प्रशासनिक भवन एवं ऐसे अनेक विभागों का प्रावधान रखा गया है।