महाराज मूवी का उज्जैन में विरोध आमिर खान का बेटा है मुख्य भूमिका में

उज्जैन में वैष्णव समाज के लोग पहुंचे थाने, कहा- फिल्म में सनातन धर्म, वैष्णववाद का अपमान

उज्जैन, अग्निपथ। फिल्म स्टार आमिर खान के बेटे जुनैद की डेब्यू मूवी ‘महाराज’ का मध्यप्रदेश में भी विरोध किया जा रहा है। बुधवार को उज्जैन में फिल्म के विरोध श्री वल्लभ वैष्णव मंडल, महिला मंडल व युवा मंडल ने खाराकुआं थाने पर प्रदर्शन किया। फिल्म पर रोक लगाने मांग की।

वैष्णव समाज के लोगों ने फिल्म निर्माता निथिलन स्वामीनाथन स्वामी, एक्टर जुनैद खान और जयदीप अहलावत के खिलाफ शिकायत की है। फिल्म में स्क्रिप्ट राइटिंग विपुल मेहता और स्नेहा देसाई ने की है। निर्देशन सिद्धार्थ पी. मल्होत्रा ने किया है। समाज के लोगों ने सभी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

आरोप है कि फिल्म में वैष्णववाद व युवाओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। फिल्म हिन्दू धर्म को भटकाने और धर्म गुरुओं को खलनायक के रूप में चित्रित करने की मानसिकता से बनाई गई है। मूवी 14 जून को रिलीज होनी थी। इससे पहले, ‘महाराज’ पर गुजरात हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है।

प्रदर्शन के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता वैष्णव जगदीश पांचाल, श्री वल्लभ वैष्णव मंडल के संस्थापक वि_ल नागर, राजेंद्र शाह, आनंद पुरोहित, जयेश श्रॉफ, विशाल नीमा, अमित नागर, अमर दिसावल, हेतल शाह, नुपूर नीमा, वर्तिका नागर, राधा रानी सुगंधी सहित अन्य लोगों ने इस फिल्म पर तत्काल प्रतिबंध लगाने कर मांग की है।

भगवान श्रीकृष्ण पर की है अभद्र टिप्पणी

श्री वल्लभ वैष्णव मंडल के मीडिया प्रभारी दीपक राजवानी ने बताया, ‘फिल्म में भगवान श्रीकृष्ण पर अभद्र टिप्पणी की गई है। इसके जरिए हिन्दू धर्मगुरुओं व हिन्दू धर्म को कलंकित करने का प्रयास किया गया है। यह फिल्म 150 साल पहले के कोर्ट केस पर आधारित है, जब अंग्रेजों का शासन था। वे हिन्दू समाज को तोडऩा चाहते थे। वर्तमान में 150 साल बाद इस केस के जरिए हिन्दू धर्म को अपमानित करने की कोशिश की जा रही है। फिल्म हिन्दू धर्म और वैष्णव संप्रदाय, धर्म गुरुओं आचार्य श्री, महाराज श्री की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से बनाई गई है।

फिल्म ‘महाराज’ इसलिए विवादों में है?

जुनैद खान और एक्टर जयदीप अहलवात की फिल्म ‘महाराज’ की कहानी 1862 के मानहानि मामले की कहानी पर बेस्ड है। भारतीय कानून के इतिहास में इस केस का गहरा प्रभाव है। फिल्म में जुनैद रिपोर्टर और समाज सुधारक रहे करसनदास मुलजी का किरदार निभा रहे हैं। जिन्होंने महिलाओं के अधिकार और समाजिक सुधार के लिए आवाज उठाई थी। एक हिंदू धर्म गुरु की कहानी को लेकर फिल्म महाराज पर विवाद चल रहा है।

मानहानि मामले में हिंदू महाराज ने करसनदास पर मानहानि का केस दर्ज किया था कि वो उनकी और भक्तों की इमेज को बिगाड़ रहा है। फिल्म का पोस्टर भी विवाद का कारण रहा है। दरअसल, पोस्टर में जुनैद के माथे पर कोई टीका लगा दिखाई नहीं दे रहा, जबकि लोगों का कहना है कि करसनदास अपने माथे पर तिलक लगाए रहते थे।

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