उज्जैन, अग्निपथ। आदिवासी महिला से ताजपुर के खेत में बनी टापरी में गैंगरेप करने की घटना में पुलिस ने शनिवार को खेत मालिक के दो बेटों को भी आरोपी बनाया है। शनिवार को ही मुय आरोपी इमरान का ताजपुर स्थित घर और घटनास्थल खेत की टापरी को भी तोडऩे की कार्रवाई की गई। दूसरे आरोपी रवि का उज्जैन स्थित घर तोडऩे की कार्रवाई भी जल्दी ही की जायेगी।
बुधवार रात को ताजपुर के एक खेत में आदिवासी महिला से गैंगरेप के एक आरोपी इमरान का घर प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ढहा दिया। इमरान और रवि ने ताजपुर के एक खेत के पास बने शेड (झोपड़ी) में दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था।
इस शर्मनाक घटना के आरोपियों पर कार्रवाई के लिए शनिवार सुबह से ही पुलिस का अमला तैयार था। सुबह 11 बजे अमला ताजपुर पहुंच गया था। ताजपुर ग्राम पंचायत के सहयोग से पुलिस और प्रशासन ने आरोपी इमरान के घर को तोडऩे की कार्रवाई की। इसके बाद घटनास्थल खेत की टापरी को भी तोड़ा गया।
खेत मालिक के बेटों को भी आरोपी बनाया
इस मामले में पुलिस ने खेत मालिक के बेटों वसीम और जुबेर को भी आरोपी बनाया है। पंवासा टीआई रविंद्र कटारे का कहना है कि पूरी घटना की जानकारी इन दोनों (वसीम और जुबेर) की जानकारी में थी। फिर भी इन्होंने न तो पुलिस को घटना के बारे में बताया और न ही महिला की मदद की। पुलिस के मुताबिक खेत मालिक और मुय आरोपी इमरान आपस में रिश्तेदार हैं। इस मामले में जल्दी ही आरोपी रवि के आगर रोड नाका के विराट नगर में स्थित घर को तोडऩे की कार्रवाई भी पुलिस करेगी।
यह है मामला
गौरतलब है कि डिंडोरी की रहने वाली 20 वर्षीय आदिवासी महिला बुधवार को पति के साथ इंदौर में काम की तलाश के लिए पहुंची थी। काम की तलाश में ही पति-पत्नी उज्जैन आ गये थे। यहां बाइक सवार रवि ने दोनों को काम दिलाने का झांसा दिया और ताजपुर के पास एक खेत मे बनी झोपड़ी में ले गया। जहां रवि व इमरान ने पति को धोखे से उज्जैन छोड़ दिया और खेत पर महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया था। महिला ने अर्धनग्न हालत में मौके से भागकर अपनी जान बचाई थी। पंवासा पुलिस ने इस मामले में 24 घंटे में आरोपियों को गिरतार किया था। आज मकान तोडऩे की कार्रवाई की गई।