महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर जमकर लेनदेन

एक सुपरवाइजर व दो कर्मचारियों को बाहर किया, एक शिकायत महाकाल थाने पहुंची

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के नाम पर सुरक्षा गार्डों द्वारा रुपए का लेनदेन लगातार जारी है। रविवार को ही ऐसे तीन मामले सामने आये हैं। जिसमें जांच के बाद एक सुपरवाइजर और दो सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से हटा दिया गया है। जबकि एक मामले की जांच महाकाल पुलिस को सौंपी गई है।

महाकाल मंदिर में भस्म आरती के नाम पर एक बार फिर ठगी का मामला सामने आया है। इस बार आरोप मंदिर के सुरक्षा सुपरवाइजर पर लगा है। उसने मुंबई से आए श्रद्धालुओं से भस्म आरती में शामिल कराने के लिए 14 हजार रुपए लिए थे। जांच के बाद मंदिर प्रबंधन समिति ने उसे हटा दिया है। रुपए लेने का मामला शुक्रवार का है। श्रद्धालुओं ने शनिवार को शिकायत की थी। इस पर रविवार को एक्शन लिया गया।

मंदिर प्रबंधन समिति के अनुसार, मुंबई से आए 14 श्रद्धालु बाबा की भस्म आरती में शामिल होना चाहते थे। उन्हें इस तरह की बातें करते हुए मंदिर में तैनात सुरक्षा एजेंसी के सुपरवाइजर सूरज गोमे ने सुन लिया। उसने कहा कि वह प्रति व्यक्ति एक हजार रुपए में भस्म आरती में शामिल करा देगा। श्रद्धालुओं ने उससे पैसे कम करने की बात कही लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद श्रद्धालुओं ने उसे 14 हजार रुपए दे दिए।

गोमे ने उन्हें अगले दिन सुबह आने के लिए कहा। श्रद्धालुओं ने कहा कि वे उससे कैसे संपर्क करेंगे? इस पर गोमे ने उन्हें अपना मोबाइल नंबर दे दिया। शनिवार तडक़े सभी 14 श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंचे। यहां आकर उन्होंने गोमे को फोन किया लेकिन वह लगातार स्विच ऑफ आता रहा। भस्म आरती का समय निकलने के बाद उन्होंने मंदिर प्रशासन को शिकायत दर्ज कराई।

मंदिर प्रबंधन समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि श्रद्धालुओं की शिकायत मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसी को जांच के निर्देश दिए थे। एजेंसी ने सूरज गोमे को दोषी पाते हुए उसे हटा दिया है।

गौरतलब है कि सुरक्षा सुपरवाइजर सूरज गोमे मुंबई से आए इन 14 श्रद्धालुओं को पहले से ही जानता था। वह पहले भी इन श्रद्धालुओं को दर्शन करा चुका था। इस बार जब श्रद्धालु आए तो उन्होंने गोमे से संपर्क किया और भस्म आरती में शामिल होने की इच्छा जताई थी।

मामला 2 : दो सुरक्षाकर्मी रुपए लेकर करा रहे थे वीआईपी दर्शन

रविवार की दोपहर महाकाल मंदिर का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दो सुरक्षा कर्मी रुपए लेकर दर्शनार्थियों को वीआईपी कतार से एंट्री दे रहे थे। ये दोनों की ड्यूटी पालकी द्वार पर थी। वीडियो वायरल होने के बाद मंदिर प्रशासन ने तुरंत एक्शन लिया। सहायक प्रशासक श्री जूनवाल ने बताया कि सुरक्षाकर्मी बलराम और चंद्रवंशी को नौकरी से बाहर करने के आदेश सुरक्षा एजेंसी को दे दिये हैं।

मामला 3: भस्मारती के नाम पर 42 सौ रुपए लिये

एक अन्य मामले में गुजरात के दर्शनार्थियों से भस्मारती के नाम पर दो दर्शनार्थियों से 42 सौ रुपए लेकर ठगा गया है। श्रद्धालु पारितोष महेंद्र देव उम्र 62 वर्ष ने शिकायत की है कि वे 20 जून को साथी मणिलाल शाह उम्र 65 वर्ष के साथ उज्जैन आये थे। यहां पर भस्मारती दर्शन के लिए उनका संपर्क पवन उर्फ रोहित शर्मा नामक युवक से हुआ। उसने दो लोगों की भस्मारती दर्शन अनुमति बनाने के 4200 रुपए लिये और सुबह भारत माता मंदिर द्वार पर मिलने का कहा।

रोहित ने उन्हें अपना मोबाइल नंबर 7828780676 पर संपर्क करने का कहा। शिकायत में कहा गया कि सुबह रोहित उन्हें कतार में खड़ा कर चला गया इसके बाद उसने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया। अनुमति नहीं होने के कारण उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं मिला।

सहायक प्रशासक श्री जूनवाल ने बताया कि संबंधित युवक का मोबाइल नंबर बंद आ रहा है। शिकायत को कार्रवाई के लिए महाकाल थाने को सौंपा गया है।

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