मरीज और उनके परिजन गर्मी और उमस से होते रहे परेशान
उज्जैन, अग्निपथ। संभाग के सबसे बड़े जिला अस्पताल में शनिवार की रात को दो घंटे के लिये ब्लैक आऊट हो गया था। बारिश होने के कारण अस्पताल की बिजली गुल हो गई थी, जिसके चलते मरीज और उननके परिजन परेशान होते रहे। गनीमत रही कि संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग के आफिस से इलेक्ट्रीक इंजीनियर को बुलाया गया। तब जाकर यहां की लाइट सुधर पाई है।
जिला अस्पताल की बिजली व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। कुछ समय पहले अस्पताल के डॉक्टर्स ने बिजली गुल होने पर मोबाइल टार्च की रोशनी में ऑपरेशन व्यवस्था को अंजाम दिया था। यहां पर सोलर प्लांट भी लगाया गया था, जोकि सालों से बंद पड़ा हुआ है। उसमें लगी 240 बैटरियां खराब हो गई हैं, जिसके चलते बैकअप नहीं मिलने से अस्पताल को बिजली नहीं मिल पा रही है।
नतीजतन अस्पताल प्रशासन को जिला अस्पताल की मुख्य बिल्डिंग का ही हर माह साढ़े तीन लाख का बिजली बिल का भुगतान कर रहा है। हालांक िसोलर प्लांट में नई बैटरियां लगाई जाना है। इसके लिए करीब 23 लाख रुपए का प्रस्ताव बनाया गया है, लेकिन बजट नहीं मिल पाने से बैटरियां नहीं बदली जा सकी हैं।
जिला अस्पताल के वार्डों व आईपीडी तथा आईसीयू में बिजली की उपलब्धता बनी रहे, इसके लिए ऊर्जा विभाग द्वारा 2014 में सोलर प्लांट लगाया गया था। ज्ञात रहे कि वर्ष 2019 से यहां एक-एक कर सभी बैटरियां खराब हो गई और प्लांट से बिजली मिलना बंद हो गई। अब जिला अस्पताल की पूरी बिजली व्यवस्था बिजली कंपनी की सप्लाई पर निर्भर है।
जेडी आफिस से बुलाया गया इंजीनियर
विद्युत विभाग को बिजली सुधारने के लिये फोन किया गया था। लेकिन उनको फाल्ट समझ नहीं आ रहा था। लिहाजा ऐन वक्त पर जेडी (संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं उज्जैन)आफिस से इलेक्ट्रीक इंजीनियर राणा गुर्जर को बुलाया गया तब जाकर विद्युत व्यवस्था सुचारू हो पाई। बताया जाता है कि इंजीनियर ने अस्पताल प्रबंधन को जिला अस्पताल की पूरी विद्युत व्यवस्था सुचारू करने का खर्चा 50 लाख तक का बताया है।
नये जनरेटर ने भी दे दिया धोखा
हालांकि आपातकालीन स्थिति के लिए एक जनरेटर खरीदा गया था, जोकि शुरुआत से ही खराब पड़ा हुआ है और आज तक चालू नहीं हो पाया है। एक दूसरी व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन ने टीबी बिल्डिंग के सामने लगे हुए नये जनरेटर से करवा दी थी। इसके कनेक्शन भी कर दिये गये थे और ट्रायल भी ले लिया गया था। लेकिन ऐनवक्त पर इसने भी धोखा दे दिया।