निगम आयुक्त ने किया कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण, शिकायतकर्ता से फोन पर बात

बाढ़ आपदा की समीक्षा करते हुए डूब प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया

उज्जैन, अग्निपथ। रविवार अवकाश के दिन नगर निगम के अधिकारियों के साथ नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक द्वारा ग्रांड होटल पर बाढ़ आपदा प्रबंधन को लेकर निगम द्वारा जो व्यवस्थाएं की गई हैं, उसे लेकर समीक्षा बैठक करते हुए निर्देश प्रदान किये। इस दौरान निगामायुक्त निगम कंट्रोल रूम भी पहुंचे और यहां के कर्मचारियों को उनकी भूमिका के बारे में दिशा निर्देश प्रदान किये।

बैठक में पाठक ने कहा कि बारिश के दौरान जिन क्षेत्रों में जल भराव की समस्या हो वहां पर प्रत्येक जोन के अनुसार राहत एवं बचाव कार्य समय से पूर्व सुनिश्चित रहे। रात्रिकाल में राहत एवं बचाव कार्य करना है तो इसके लिए बैकअप टीम एवं अतिरिक्त संसाधन एवं वाहनों की सुनिश्चितता रहे एवं सभी अधिकारी फील्ड में उपस्थित रहेंगे। साथ ही निगम कंट्रोल रूम एक्टिव रहे एवं कर्मचारियों की संख्या बढ़ाते हुए कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों का समाधान करें।

आयुक्त द्वारा निर्देश दिए गए कि जल भराव एवं बाढ़ आपदा के दौरान निगम कंट्रोल रूम अपनी भूमिका तत्परता से निभाएं एवं सक्रिय रहे। 24 घंटे कंट्रोल रूम पर कर्मचारी की उपस्थिति मय संसाधनों के साथ होना चाहिए। यदि आवश्यकता हो तो कंट्रोल रूम पर शिफ्ट के अनुसार कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।

प्रत्येक जोन राहत एवं बचाव कार्य के दौरान समस्त उपकरणों की व्यवस्था की सुनिश्चितता रखें साथ ही रात्रि में बचाव एवं राहत कार्य के दौरान अतिरिक्त वाहन अतिरिक्त टीम, राहत एवं बचाव कार्य के दौरान धर्मशाला, सामुदायिक भवन को चिन्हित करना, जेसीबी, पोकलेन की व्यवस्था रखना एवं उपायुक्त, सहायक आयुक्त अपने जोन अंतर्गत अपने अधीनस्थों के साथ फील्ड में रहेंगे। निगम का उद्देश्य यही होना चाहिए कि कैसी भी स्थिति हो निगम अमला फील्ड में तैनात रहे और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति ना बने।

डूब प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण

बैठक के पश्चात निगम आयुक्त द्वारा डूब प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें शांति नगर, एकता नगर, सुदर्शन नगर वार्ड क्रमांक 54 अंतर्गत आने वाली विभिन्न कॉलोनी, शिव धाम कॉलोनी का निरीक्षण करते हुए रहवासियों से चर्चा की गई।
चर्चा के दौरान रहवासियों द्वारा बताया गया कि जब बारिश अत्यधिक होती है एवं क्षिप्रा नदी का जलस्तर बड़े पुल से ऊपर होता है तब निचले क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न होती है।

निगम आयुक्त द्वारा रह वासियों से चर्चा के दौरान पूछा कि निगम द्वारा बारिश से पूर्व नाले एवं नालियों की सफाई की है या नहीं। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त संजेश गुप्ता, मनोज मौर्य, प्रेम कुमार सुमन, कंट्रोल रूम प्रभारी जितेंद्र श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त प्रदीप सेन, सहायक जनसंपर्क अधिकारी विश्वास पंडिया, स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ्य निरीक्षक उपस्थित रहे।

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