ऑनलाइन गेम में रुपए हारने के बाद ‘खुद को लूटा’

पुलिस ने किया खुलासा, फरियादी न रची थी झूठी लूट की कहानी

नलखेड़ा, अग्निपथ। आमला-नलखेड़ा मार्ग पर बीते दिनों टोल टैक्स बूथ के कैशियर के साथ बीते दिनों हुई लूट की वारदात फर्जी निकली। ऑनलाइन गेम में रुपए हारने के बाद उसने लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

आगर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने रविवार को पुलिस थाना नलखेड़ा में फर्जी लूट का पर्दाफाश करते हुए पत्रकारों को बताया कि फरियादी श्यामसिंह सोंधिया ने 20 जून को नलखेड़ा थाना में लूट की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में श्यामसिंह ने बताया था कि वह सुसनेर मार्ग स्थित टोल टैक्स बूथ पर कैशियर है। 18 जून को दोपहर करीब 11:30 बजे टोल टैक्स से एक लाख 40 हजार रुपए लेकर बैंक में जमा कराने नलखेड़ा आ रहा था। इस दौरान रास्ते में काले रंग की कार में आए तीन लोगों ने मारपीट कर व नुकीली वस्तु से हमला कर रुपयों से भरा बैग छिन लिया।

पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस द्वारा टोल टैक्स पर तैनात सभी कर्मचारियों से पूछताछ की गई। पूछताछ में श्याम सिंह ने बताया कि उन्हें 7 दिन का टोल कलेक्शन जमा करना था जो एक लाख 69 हजार रुपए होना चाहिए था लेकिन उन्होंने दो कर्मचारियों को 58 हजार रुपए दिए थे जिसके बाद उनके पास केवल एक लाख 11 हजार रुपए ही शेष रहना चाहिए थी।

फरियादी ने रिपोर्ट में एक लाख 40 हजार रुपए की लूट का दावा किया था। पुलिस द्वारा आमला नलखेड़ा मार्ग, ग्राम सेमलखेड़ी, लालूखेड़ी, और सुईगांव सहित सभी संभावित मार्गों पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए लेकिन श्यामसिंह द्वारा बताई गई काले रंग की बिना नंबर वाली स्कॉर्पियो कार कहीं भी दिखाई नहीं दी। पुलिस द्वारा यह भी देखा गया कि टोल टैक्स बूथ और घटनास्थल के बीच की दूरी केवल 5 किलोमीटर है जिसका सफर मोटरसाइकिल से 10 मिनट में तय किया जा सकता है लेकिन आरोपी श्याम सिंह को घटनास्थल पहुंचने में 30 मिनट लगे।

वहीं घटना के बाद जब आरोपी श्यामसिंह का प्राथमिक उपचार करवाया तो डॉक्टरों ने बताया कि श्याम सिंह की चोट चाकू से नहीं बल्कि पेचकस से आई थी। पुलिस द्वारा श्यामसिंह से पूछताछ के दौरान श्यामसिंह द्वारा लगातार अपने बयान बदल बदल कर पुलिस को गुमराह किया जा रहा था। उक्त सभी पहलुओं की गहन जांच के बाद पुलिस को शक हुआ कि श्यामसिंह ने ही लूट की झूठी कहानी रची थी पुलिस द्वारा श्यामसिंह से कड़ी पूछताछ के दौरान श्यामसिंह ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

यह है हकीकत

आरोपी श्याम सिंह ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि वह ऑनलाइन गेम एविएटर में करीब 1 लाख 50 हजार रुपए हार गया था और उसने टोल कलेक्शन के रुपए गेम में लगा दिए थे इसी डर के कारण उसने षड्यंत्र बनाकर लुट की झूठी कहानी रचकर एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस द्वारा अनुसंधान में आए तथ्यों के आधार पर प्रकरण में धारा 394 का विलोपन कर धारा 384 408 एवं 120 बी भा.दं.वि.की धारा में तरमीन कर श्याम सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के साथ एसडीओपी देवनारायण यादव, थाना प्रभारी शशि उपाध्याय भी उपस्थित थे।

इस टीम को एसपी ने किया पुरस्कृत

झूठी लूट का पर्दाफाश करने में नलखेड़ा थाना प्रभारी शशि उपाध्याय, उपनिरीक्षक नानूराम बघेल, राजेंद्र सिंह यादव, प्रधान आरक्षक प्रवीण यादव, राकेश दंडोतिया, आरक्षक मेहरबानसिंह दांगी, संजय दांगी, रामप्रसाद दांगी, तूफानसिंह, मुकेश, योगेंद्रसिंह सिसोदिया, पवन जावरिया, तकनीकी शाखा प्रधान आरक्षक सुब्रत शर्मा, वीरेंद्र राठौर का सहयोग रहा। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने उक्त टीम को नगद पुरस्कार दिया।

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