उज्जैन में मौन तीर्थ पीठाधीश्वर ने जीवाजीगंज थाने में दिया शिकायती आवेदन
उज्जैन अग्निपथ। बरसाने की राधा रानी के अपमान के मामले में भारी विरोध झेल रहे कथावाचक पं. प्रदीप शर्मा पर एक नया आरोप लगा है। आरोप है कि उन्होंने कथा के दौरान सार्वजनिक रूप से संत तुलसीदास को गंवार कहकर उनका अपमान किया है। इसके विरोध में मंगलवार को उज्जैन के गंगा घाट स्थित मौन तीर्थ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरी महाराज ने कलेक्टर, एसपी सहित जीवाजीगंज थाने में शिकायती आवेदन दिया है।
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कथा के दौरान दिए गए बयानों को लेकर पंडित मिश्रा मुसीबते कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को गुरु सांदीपनि के वंशंज द्वारा आश्रम में रोक लगाने और पंडित मिश्रा से नाक रगड़ कर माफ़ी मांगने की मांग की तो वही मोनी तीर्थ के पीठाधीश्वर और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर सुमनानन्द गिरी महाराज ने पंडित मिश्रा द्वारा गोस्वामी तुलसीदास को गंवार कहे जाने को लेकर उनके खिलाफ उज्जैन एसपी कलेक्टर और जीवाजीगंज थाने में शिकायती आवेदन देकर एफआइआर दर्ज करने की मांग की है।
श्री मौनतीर्थ पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी डॉ. सुमनानन्द गिरि जी महाराज ने मंगलवार को तीन जगह आवेदन देकर एफआइआर की मांग करते हुए आवेदन में लिखा कि कुबेरेश्वरधाम के पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा दिए गए बयान से मेरी नितांत निजी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। अत: उनके विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर आवश्यक कार्रवाई की जाए। पंडित मिश्रा ने एक बयान के माध्यम से श्रीरामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास को गंवार कहा है। इससे मैं अत्यंत व्यथित और अवसाद में हूं।
सुमनानंद महाराज ने आवेदन में कहा कि कुबेरेश्वर धाम के प्रदीप मिश्रा का यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इसमें वह तुलसीदास जी को गंवार कहते नजर आ रहे हैं। वे कह रहे हैं कि कि हमको कुछ नहीं आता, हम तुलसीदास जी की तरह गंवार हैं। मिश्रा जी अपने आपको गंवार मानें तो ठीक है। वहां तक बात समझ में आती है लेकिन महान संत तुलसीदास जी से अपनी तुलना करना उन्हें शोभा नहीं देता। गोस्वामी तुलसीदास जी मेरे परम आराध्य हैं। प्रदीप मिश्रा जी ने वैचारिक आस्था की हत्या की है। कृपया प्रदीप मिश्रा जी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए, अन्यथा विवश होकर न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी।
सांदीपनि आश्रम के पुजारी भी कर चुके हैं विरोध
सांदीपनि आश्रम के पुजारी और सांदीपनि जी की 202 पीढ़ी के सदस्य रूपम व्यास पंडित प्रदीप मिश्रा के राधा रानी के बयान से बहुत नाराज थे । व्यास ने कहा कि प्रेमानंद जी और संतो के पास जाकर पंडित मिश्रा को माफ़ी मांगनी चाहिए। शिव पुराण के नाम कई प्रकार के टोन टोटके कर रहे है, विद्वत परिषद् से बात कर हम कोर्ट भी जा सकते है।