जिले में गोवध संबंधी अपराधों से जुड़े 82 आरोपियों पर पुलिस की नजर
उज्जैन, अग्निपथ। जिले में पूर्व में गोवध संबंधी अपराधों से जुड़े अपराधी इन दिनों क्या कर रहे हैं, इस पर पुलिस ने अपनी नजरे दौड़ा दी है। अगर इनमें से कोई भी इस तरह के अपराध में लिप्त पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि अभी तक के रिकार्ड के मुताबिक जिले में गोहत्या या गोवंश परिवहन जैसे अपराधों में लिप्त रहने वाले 82 आरोपी सूचीबद्ध हुये हैं। सूची के मुताबिक संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी अपनी टीम भेजकर तस्दीक करेंगे कि ये अपराधी इन दिनों क्या कर रहे हैं। परिवार के भरण पोषण का जरिया क्या है, किसी अपराधिक गतिविधियों में लिप्त तो नहीं है।
यह सब तस्दीक करने के बाद इनका आपराधिक रिकार्ड तैयार किया जायेगा। अगर इनमें से कोई भी किसी गंभीर अपराध और खासकर गोवध या गोवंश परिवहन में लिप्त पाया जाता है तो उस पर कानून के मुताबिक कड़ी कार्रवाई की जायेगी। अगर रिकार्ड सही रूप से अपडेट नहीं होता है तो संबंधित थाना प्रभारी के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। एसपी शर्मा ने बताया कि सोमवार को ऐसे ही दो पुराने अपराधियों की तस्दीक करने महिदपुर पुलिस उसके घर पहुंची तो वो अवैध रूप से शराब बेचते पाया गया। उस पर तुरंत कार्रवाई की गई है।
गोवंश परिवहन रोकने के लिए कैमरे से नजर
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जिले में पुराने मार्गों के मुताबिक गोवंश परिवहन का रोड मेप तैयार किया गया है। जहां से गोवंश परिवहन के अधिक मामले हुये हैं वहां पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाये जा रहे हैं, ताकि वहां से गुजरने वाले वाहनों पर नजर रखी जा सके।
32 अपराधियों के जिलाबदर के प्रकरण बनाये
एसपी ने बताया कि अपराधियों की रोकथाम के लिये आदतन अपराधियों को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है। अभी तक ऐसे 32 अपराधियों के जिलाबदर प्रकरण तैयार कर भेजे गये हैं। इन पर भी जल्दी ही कार्रवाई होगी। इनमें वे लोग शामिल हैं जो लंबे समय से विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं और इन पर गंभीर किस्म के अपराध दर्ज हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों सिवनी और गुना जिले में गायों की मौत के गंभीर मामलों के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में गोसुरक्षा पर कड़े निर्णय लिये हैं। इसी के तहत पूरे प्रदेश की पुलिस अब गोवंश परिवहन और गोवध जैसे मामलों को लेकर गंभीर हो गई है।